निर्माण ऐसा करें ताकि बारिश में भी न होन जन-धन की हानि, जिला प्रभारी मंत्री यतीश्वरानंद ने जाना प्रभावितों का हाल

शनिवार को जिला प्रभारी मंत्री सर्किट हाउस से सीधे गौलापार की सूखी नदी व विजयनगर क्षेत्र में पहुंचे। वहां पर बाढ़ की वजह से काफी नुकसान हुआ है। पुल न होने की वजह से ग्रामीण को परेशानी होती है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 05:43 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 05:43 PM (IST)
निर्माण ऐसा करें ताकि बारिश में भी न होन जन-धन की हानि, जिला प्रभारी मंत्री यतीश्वरानंद ने जाना प्रभावितों का हाल
उन्होंने काठगोदाम में कलसिया पुल व गधेरे का निरीक्षण किया।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : जिला प्रभारी व ग्राम्य विकास मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए अधिकारियों से कहा कि निर्माण कार्य ऐसा करें, ताकि भविष्य में तेज बारिश होने पर भी जन-धन की हानि न हो। उन्होंने वन विभाग की वजह से लंबित सड़क निर्माण के प्रस्तावों पर कहा कि इसके लिए राज्य सरकार प्रयासरत है।

शनिवार को जिला प्रभारी मंत्री सर्किट हाउस से सीधे गौलापार की सूखी नदी व विजयनगर क्षेत्र में पहुंचे। वहां पर बाढ़ की वजह से काफी नुकसान हुआ है। पुल न होने की वजह से ग्रामीण को परेशानी होती है। इसे लेकर जिला प्रभारी मंत्री ने एसडीएम से सूखी नदी क्षेत्र में बाढ़ से सुरक्षा को लेकर व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि सड़क निर्माण के लिए हमारी सरकार प्रयासरत है। वन मंत्रालय की स्वीकृति के लिए भारत सरकार से समन्वयक किया जा रहा है। उन्होंने काठगोदाम में कलसिया पुल व गधेरे का निरीक्षण किया।

इस दौरान नई बस्ती क्षेत्र में कलसिया नाले के किनारे प्लंब ब्लाक्स एवं रिटेनिंग वाल बनाने के निर्देश दिए। साथ ही पुल के पास क्षतिग्रस्त रिटेनिंग वाल की प्राथमिकता से मरम्मत करने, गायत्री नगर क्षेत्र में गधेरे की सफाई करते हुए मलबा निकालने के निर्देश दिए। इसके बाद रकसिया नाले के निरीक्षण के दौरान कहा कि इस नाले पर भी प्लंब ब्लाक्स एवं रिटेनिंग वाल बनवाने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए।

उन्होंने निर्देशित किया कि नाले व गधेरों पर निर्माण कार्य भविष्य को ध्यान में रखते हुए किया जाए। निर्माण कार्य ऐसा हो कि अत्यधिक वर्षा के दौरान भी नाले एवं गधेरों से आबादी क्षेत्र में किसी भी प्रकार से जन-धन की हानि न हो। निरीक्षण के दौरान डा. अनिल डब्बू, हेमन्त द्विवेदी, निश्चल पाण्डे, शंकर कोरंगा, चन्द्र प्रकाश तिवारी, वीरेन्द्र बिष्ट, प्रज्ञान भारद्वाज, हिमांशु बिष्ट, नरेश कनवाल के अलावा उप जिलाधिकारी मनीष कुमार, अधिशासी अभियंता सिंचाई तरूण बंसल सहित अन्य अधिकारी मौजदू थे।

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