डीएम ने आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का लिया जायजा, पीड़िताें को बांटी राहत सामग्री

मंगलवार को डीएम धीरज गब्र्याल ने विधायक दीवान सिंह बिष्ट राफ्ट से नदी पार करके चुकूम गांव पहुंचे। उन्होंने गांव में बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी ली। बाढ़ से करीब 50 लोग ऐसे थे जिनका पूरा घर बाढ़ में बह गया।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 08:25 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 08:25 PM (IST)
डीएम ने आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का लिया जायजा, पीड़िताें को बांटी राहत सामग्री
प्रभावितों को डीएम ने खाद्यान्न सामग्री भी वितरित की।

जागरण संवाददाता, रामनगर : नैनीताल के डीएम ने बाढ़ से तबाह हुए आपदाग्रस्त चुकूम व सुंदरखाल गांव का निरीक्षण किया। बाढ़ प्रभावितों को टैंट व राहत सामग्री भी वितरित की गई। इस दौरान दोनों गांव के ग्रामीणों द्वारा विस्थापन का मुद्दा भी उठाया गया। जिस पर डीएम ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। डीएम ने जल संस्थान के टैंक का निरीक्षण कर पेयजल व्यवस्था दुरस्त करने के निर्देश दिए। प्रदेश में आपदा के बाद से केंद्र व राज्य सरकारों ने कमर कस ली हैं। इसके साथ ही सीएम खुद हर क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं। यही हाल मंत्रिमंडल का है। सभी प्रभारी मंत्री अपने अपने क्षेत्रों में बचाव व राहत कार्यों का जायजा ले रहे हैं। इससे अफसरों में भी ठीक से काम का दबाव है। हाल ही में सीएम ने कुमाऊं दौरे पर किसी प्रकार की लापरवाही न बरतने व ऐसा करने वाले पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

मंगलवार को डीएम धीरज गब्र्याल ने विधायक दीवान सिंह बिष्ट राफ्ट से नदी पार करके चुकूम गांव पहुंचे। उन्होंने गांव में बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी ली। बाढ़ से करीब 50 लोग ऐसे थे, जिनका पूरा घर बाढ़ में बह गया। वह अब खुले आसमान के नीचे शरण लिए हुए हैं। डीएम ने 50 बाढ़ प्रभावितों को रहने के लिए टैंट दिए। खुले में टैंट के नीचे रह रहे बाढ़ प्रभावितों ने डीएम से रात में उजाले के लिए सोलर लाइट लगाने की मांग की। जिस पर डीएम ने 20 सोलर लाइट गांव में लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। प्रभावितों को डीएम ने खाद्यान्न सामग्री भी वितरित की।

डीएम के साथ हुई बैठक में ग्रामीणों ने चुकूम गांव के विस्थापन की मांग की। विधायक दीवान सिंह बिष्ट ने बताया कि प्रस्ताव पूर्व में भेजा गया है। उसी पर कार्रवाई की जरूरत है। डीएम ने विस्थापन की दिशा में कार्रवाई के लिए आश्वस्त किया। ग्रामीणों की मांग पर डीएम ने बाढ़ प्रभावितों की जमीनों को बचाने के लिए भी आश्वस्त किया। डीएम ने मोहान, सुंदरखाल गांव में भी निरीक्षण किया। जल संस्थान के बल्दियपड़ाव स्थित पेयजल टैंक का भी डीएम ने निरीक्षण किया। उन्होंने पेयजल व्यवस्था सुचारू किए जाने के निर्देश दिए।

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