अस्पतालों के बंद होने की खबर को डीएम व आयुर्वेदिक अधिकारी ने लिया संज्ञान, नोटिस जारी

जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. यूसी पाठक ने क्वारसिंग में तैनात चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जबाव मांगा है। जबकि चौड़ाकोट के चिकित्सक की डूयूटी एमओआईसी पाटी से हटाकर उन्हें उनके तैनाती स्थल भेजने का अनुरोध किया गया है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 03:17 PM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 03:17 PM (IST)
अस्पतालों के बंद होने की खबर को डीएम व आयुर्वेदिक अधिकारी ने लिया संज्ञान, नोटिस जारी
जिलाधिकारी ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए दोनों अस्पतालों में तत्काल चिकित्सकों को भेजने के निर्देश दिए हैं।

संवाद सहयोगी, चम्पावत : आयुर्वेदिक चिकित्सालय चौड़ाकोट और अमोड़ी के क्वारसिंग में डॉक्टरों के न होने से ताला लटकने की खबर को संबंधित विभाग एवं प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डा. यूसी पाठक ने क्वारसिंग में तैनात चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर जबाव मांगा है। जबकि चौड़ाकोट के चिकित्सक की डूयूटी एमओआईसी पाटी से हटाकर उन्हें उनके तैनाती स्थल भेजने का अनुरोध किया गया है। जिलाधिकारी ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी को बंद पड़े दोनों अस्पतालों में तत्काल चिकित्सकों को भेजने के निर्देश दिए हैं।

जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्साधिकारी डा. पाठक ने बताया कि चौड़ाकोट के चिकित्सक डा. मनोज फस्र्वाण की ड्यूटी कोविड को देखते हुए एमओआईसी पाटी में लगाई गई है। बताया कि अस्पताल में एक फार्मासिस्ट के अलावा एक-एक वार्ड ब्वॉय और सफाई कर्मचारी की भी तैनाती है। कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद वार्ड ब्वॉय चंदन राम का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है।

उन्होंने बताया कि पाटी के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. आभाष सिंह को पत्र लिखकर चौड़ाकोट के चिकित्सक को उनके मूल स्थान पर सेवा के लिए भेजे जाने का आग्रह किया है। बताया कि पिछले दिनों बेलखेत में ज्यादा कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद क्वारसिंग के चिकित्सक डा. कपिल शर्मा की ड्यूटी आयुर्वेदिक डेस्क में लगाई गई थी। लेकिन उन्हें अस्पताल में भी सेवा देने को कहा गया था। इस बीच अस्पताल बंद क्यों रहा इसके लिए डा. कपिल शर्मा से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

डीएम से शिकायत के बाद सुर्खियों में आया मामला

आयुर्वेदिक अस्पताल चौड़ाकोट के बंद होने की जानकारी ग्राम प्रधान आशा मौनी एवं क्वारसिंग अस्पताल बंद होने की जानकारी वरिष्ठ भाजपा नेता उमाशंकर भट्ट ने जिलाधिकारी को दी थी। उन्होंने कोविड काल में अस्पतालों में ताला लटकने को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मामले की जांच करने की मांग की थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने सोमवार की शाम जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी को दोनों अस्पतालों में चिकित्सक भेजने और अस्पताल बंद होने के कारणों की जांच करने के निर्देश दिए थे। मंगलवार को यूनानी अधिकारी ने क्वारसिंग के चिकित्सक को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया।

जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्साधिकारी डा. यूसी पाठक ने बताया कि आयुर्वेदिक चिकित्सालय चौड़ाकोट और क्वारसिंग में लंबे समय से ताला लटकने की शिकायत सही नहीं है। यह बात सही है कि कोविड ड्यूटी के कारण दोनों अस्पतालों के डॉक्टर अपने मूल स्थान पर नहीं थे। अस्पताल बंद न होने देने की जिम्मेदारी भी डॉक्टरों की थी। लिहाजा क्वारसिंग के डाक्टर को कारण बताओ नोटिस भेज दिया गया है और चौड़ाकोट के डॉक्टर को पाटी अस्पताल से उनके मूल स्थान पर भेजने का आग्रह किया गया है।

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