एक उत्पाद के विदेशी निर्यात के रूप में पहचान बनाएंगे जिले

केंद्र सरकार ने विदेशी निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विशेष पहल की है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 02:00 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 02:00 AM (IST)
एक उत्पाद के विदेशी निर्यात के रूप में पहचान बनाएंगे जिले
एक उत्पाद के विदेशी निर्यात के रूप में पहचान बनाएंगे जिले

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : केंद्र सरकार ने विदेशी निर्यात को बढ़ावा देने के लिए विशेष पहल की है। उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। विदेश व्यापार के सहायक महानिदेशक आरसी शर्मा ने सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम विकास संस्थान के सभागार में जिले के प्रमुख उद्यमियों को संबोधित करते हुए ये बातें कहीं।

आजादी के अमृत महोत्सव के तहत वाणिज्यिक सप्ताह कार्यक्रम में बोलते हुए शर्मा ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी की मंशा देश के सभी जिलों को एक-एक उत्पाद के निर्यात के रूप में पहचान दिलाने की है। उद्यमी आसानी से अपने उत्पादों के निर्यात के लिए पंजीयन करा सकते हैं। जीएम उद्योग विपिन कुमार ने कहा स्थानीय निर्यात को बढ़ावा देने के लिए उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इससे अर्थव्यवस्था को गति देने के साथ स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजित करने का प्रयास है। उद्यमी व हिमालय चैंबर्स ऑफ कॉमर्स के सचिव मनोज डागा ने कहा कि जिले में ऐसा कोई माध्यम नहीं है, जिससे स्थानीय उद्यमी अपने उत्पाद विदेशों में एक्सपोर्ट कर सकें। अधिक से अधिक उद्यमी अपने उत्पादों को निर्यात कर सकें, इसके लिए एक बेहतर माध्यम बनाने की जरूरत होगी। यहां उद्यमी बीके लाहोटी, क्षेत्रीय प्रबंधक ग्रामीण बैंक महिपाल सिंह, बीओबी के विपिन आर्य, सेंचुरी पेपर मिल के डीजीएम एचसी जोशी, वीरेंद्र यादव, प्रबंध जिला उद्योग सुनील पंत, ओपी भटट, सहायक प्रबंधक सुभाष चंद्रा आदि मौजूद रहे। कुमाऊं में जड़ी-बूटी व धार्मिक पर्यटन की संभावना

विदेश व्यापार के एडीजी आरसी शर्मा ने दैनिक जागरण से बातचीत में बताया कि कुमाऊं में वानिकी व फूलों की अधिकता है। ऐसे में जड़ी-बूटी, शहद के निर्यात की अच्छी संभावना हो सकती है। यहां के पौराणिक महत्व के ऐतिहासिक स्थलों को धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित किया जा सकता है। केंद्र सरकार इसके लिए उद्यमियों को प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रही है।

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