कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान के मेस कर्मियों में फिर असंतोष, मांगों को लेकर दिया धरना
उपेक्षा से नाराज बीटीकेआइटी के मैस कर्मचारी संघ ने शनिवार को सरस्वती मंदिर प्रांगण में धरना दिया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कर्मचारियों के साथ दोहरी नीति अपनाने व पुराने कार्मिकों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया।
जागरण संवाददाता, द्वाराहाट: बिपिन त्रिपाठी कुमाऊं प्रौद्योगिकी संस्थान (बीटीकेआइटी) में मैस कर्मियों में फिर असंतोष भड़क उठा है। उन्होंने संस्थान प्रशासन पर उपेक्षापूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगा धरना दिया। वर्षों से कार्यरत 130 कार्मिकों के हितों को दरकिनार कर मात्र 56 कार्मिकों को उपनल के तहत समायोजित किए जाने का कड़ा विरोध किया। उन्होंने आंदोलन की रणनीति भी तैयार की।
उपेक्षा से नाराज बीटीकेआइटी के मैस कर्मचारी संघ ने शनिवार को सरस्वती मंदिर प्रांगण में धरना दिया। इस दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कर्मचारियों के साथ दोहरी नीति अपनाने व पुराने कार्मिकों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया। उन्होंने वर्षों से कार्यरत 130 कर्मियों की उपेक्षा कर मात्र 56 लोगों को उपनल के तहत समायोजित किए जाने पर आक्रोश जताया। कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनी, शासनादेश व श्रमविभाग के नियम एक ही हैं। मगर दोहरे मानक के खिलाफ आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
डीएम को भेजा ज्ञापन
संगठन अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि शासन व संस्थान के समक्ष कई बार पक्ष रखा जा चुका है लेकिन कर्मियों के हितों से खिलवाड़ किया जा रहा। बाद में संस्थान की प्रशासक डीएम वंदना सिंह को ज्ञापन भी भेजा गया। इस दौरान कोषाध्यक्ष नंदन प्रसाद, गोपाल सिंह, जीवन सिंह, हरीश सिंह, किसन राम, जगत सिंह, मदन रावत, भूपाल सिंह, पान सिंह, कमला देवी, पुष्पा देवी, बसंती देवी, देवकी देवी, पद्मा देवी आदि मौजूद रहीं।
कुलसचिव डॉ अजीत सिंह ने बताया कि मेस कर्मचारियों को विद्यार्थियों की फीस से मानदेय दिया जाता है। छात्रों के साथ बैठक करने के बाद ही आगे की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।