Dispute in Salt Vote Counting : मतगणना के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी पर भड़के कांग्रेसी, कुछ देर के लिए मतगणना रुकी

Dispute in Salt Vote Counting 5वें चक्र की मतगणना के बाद दो मशीनों में अलग अलग रीडिंग पर बखेड़ा खड़ा हो गया। कांग्रेसियों ने सत्तापक्ष पर ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगा हंगामा शुरू कर दिया। फिलहाल मतगणना कार्य रुक गया है। करीब 25 मिनट से काउंटिंग बाधित है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sun, 02 May 2021 01:03 PM (IST) Updated:Sun, 02 May 2021 03:23 PM (IST)
Dispute in Salt Vote Counting : मतगणना के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी पर भड़के कांग्रेसी, कुछ देर के लिए मतगणना रुकी
गुस्साए कांग्रेसी मतगणना कक्ष से बाहर निकल सड़क पर बैठ गए।

जागरण संवाददाता, भिकियासैंण (अल्मोड़ा) : Dispute in Salt Vote Counting : सल्ट उपचुनाव की 5वें चक्र की मतगणना के बाद दो मशीनों में अलग अलग रीडिंग पर बखेड़ा खड़ा हो गया। कांग्रेसियों ने सत्तापक्ष पर ईवीएम में गड़बड़ी का आरोप लगा हंगामा शुरू कर दिया। फिलहाल मतगणना कार्य रुक गया है। करीब 25 मिनट से काउंटिंग बाधित है। गुस्साए कांग्रेसी मतगणना कक्ष से बाहर निकल सड़क पर बैठ गए। वहीं जिला निर्वाचन कार्यालय की ओर से मीडिया कर्मियों को मतगणना कक्ष में जाने से रोक दिया गया। इससे स्थानीय मीडिया कर्मी भी भड़क उठे। उनका आरोप है कि बगैर आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट पहुंचे खास चैनलों के रिपोर्टरों को मतगणना कक्ष में जाने दिया गया। जबकि आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट व दो वैक्सीन लगा चुके मीडिया कर्मियों को जाने से रोका जा रहा है।

हरीश रावत बचा पाएंगे अपनी साख, तीरथ की प्रतिष्ठा भी दांव पर

सल्ट उपचुनाव 2022 का सेमीफाइनल माना जा रहा है। सियासी जानकारों की मानें तो यही उपचुनाव नौ माह बाद होने वाले मुख्य विधानसभा चुनाव की दशा व दिशा तय करेगा। ऐसे में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की प्रतिष्ठा दावं पर है। वहीं सल्ट सीट पर कब्जा बनाए रखने की चुनौती भी कम नहीं। इसी बहाने मुख्यमंत्री तीरथ के अब तक के प्रदर्शन का मूल्यांकन भी यह उपचुनाव करेगा। दूसरी तरफ पूर्व सीएम हरीश रावत की साख यहां दावं पर है। हरदा के लिए यह उपचुनाव जीवन मरण के सवाल से जुड़ा है। सल्ट उपचुनाव यह भी तय करेगा कि आने वाले विधानसभासभा के रण में हरदा की क्या भूमिका रहेगी।

सल्ट विधानसभा के उपचुनाव के लिए मतों की गिनती शुरू हो चुकी है। भाजपा व कांग्रेस के लिए नाक का सवाल बन चुके 2022 के इस सेमीफाइनल में दो रावतों की साख व प्रतिष्ठा भी दांव पर है। कुर्सी संभालते ही मौजूदा मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के लिए यह चुनाव जीतना बहुत कुछ मायने रखेगा। मुख्यमंत्री के तौर पर तीरथ ने इसके बाद खुद को भी साबित करना है। भाजपा के लिए सल्ट सीट इसिलए भी महत्वपूर्ण है कि इससे पूर्व यहां भाजपा के सुरेंद्र सिंह जीना विधायक रहे। उनके निधन के बाद पार्टी संगठन ने उनके बड़े भाई महेश सिंह जीना को मैदान पर उतार सहानुभूति बटोर सीट बचाने की रणनीति चली है।

रही बात पूर्व सीएम हरीश रावत की तो सल्ट कभी कांग्रेस का अभेद्य गढ़ रहा है। ऐसे में विपक्ष इस सीट पर दोबारा कब्जा हासिल करने को ऐड़ी चोटी का जोर लगाए है। वहीं पूर्व सीएम हरदा की सियासी साख यहां दांव पर लगी है। उन्होंने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के सुरेंद्र सिंह जीना को कड़ी टक्कर देने वाली गंगा पंचोली पर ही भरोसा जताया। गंगा पिछले चुनाव में 2600 के मामूली अंतर से हारी थीं।

मार्मिक अपील कितनी रही असरदार

ऐन चुनावी समर पूर्व सीएम हरीश रावत कोरोना से जंग लड़ रहे थे। उन्होंने दिल्ली के आइसोलेशन वार्ड से ही वीडियो संदेश भेज कहा था कि यह उपचुनाव उनके लिए जीवन व मरण का सवाल है। उन्होंने लोगों व पार्टी कार्यकर्ताओं से सल्ट के रास्ते पूरे उत्तराखंड में विकास की गंगा बहाने के लिए गंगा पंचोली को जिताने की अपील भी की थी। अब मतगणना शुरू हो चुकी है तो पूर्व सीएम हरदा की मार्मिक अपील कितनी असरदार रही होगी, कुछ घंटों पर निकलने वाले नतीजे साफ करेंगे।

हरदा का भविष्य तय करेगा यह चुनाव

उपचुनाव में भाजपा व कांग्रेस दोनों गुटबाजी से जूझती रही। रही बात कांग्रेस तो इसका एक धड़ा पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत के ब्लॉक प्रमुख पुत्र विक्रम सिंह रावत को मैदान में उतारने का पक्षधर रहा। मगर पूर्व सीएम हरीश रावत ने गंगा पंचोली पर ही दांव चल उन्हीं पर भरोसा जताया। इससे नाराज पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत उपचुनाव से दूरी बनाए रहे। वहीं ब्लॉक प्रमुख विक्रम सिंह रावत भी खुलकर गंगा पंचोली के समर्थन में नहीं उतरे। ऐसे में पूर्व सीएम हरदा की साख भी दांव पर है। वजह, उनकी पसंद को ही पार्टी हाईकमान ने महत्व दिया। अब कांग्रेस प्रत्याशी की हारजीत हरी शरावत का सियासी भविष्य भी तय करेगी।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी