आपदा पीड़ितों को त्वरित सहायता के बाद मिलेगी सम्मानजनक राशि : केंद्रीय राज्य मंत्री भट्ट

भट्ट ने शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में आपदा से हुए नुकसान की समीक्षा के बाद वीसी कक्ष में पत्रकारों को बताया कि करीब 20 दिन पहले ही केंद्र ने राज्य सरकार को 250 करोड़ रुपये दिए थे। उसी को आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद की जा रही है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 07:34 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 07:44 PM (IST)
आपदा पीड़ितों को त्वरित सहायता के बाद मिलेगी सम्मानजनक राशि : केंद्रीय राज्य मंत्री भट्ट
जो भी सड़कें खराब हो गई हैं और डामरीकरण की जरुरत है तो जिला प्रशासन से तत्काल प्रस्ताव मांगा है।

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : केंद्रीय रक्षा एवं पयर्टन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि आपदा प्रभावित लोगों में जिन लोगाें को अहेतुक धनराशि मिली है, उन्हें आक्रोशित न हो, उन्हें सम्मानजनक राशि दी जाएगी। चाहे सरकार मुख्यमंत्री राहत कोष से देंगी या किसी अन्य मद में कटौती करके देगी। इस मामले में सीएम से चर्चा की जाएगी। जब वह विपक्ष में था तो अहेतुक राशि बढ़ाने का मुद्दा उठाया था। इस राशि में संशोधन करने के लिए सीएम से बात की जाएगी। अहेतुक राशि प्रभावितों को तत्काल राहत देने की व्यवस्था की गई है, जो नुकसान हुआ है, उसे सर्वे के आधार पर आकलन किया जाएगा।

केंद्रीय राज्य मंत्री भट्ट ने शनिवार को कलक्ट्रेट सभागार में आपदा से हुए नुकसान की समीक्षा के बाद वीसी कक्ष में पत्रकारों को बताया कि करीब 20 दिन पहले ही केंद्र ने राज्य सरकार को 250 करोड़ रुपये दिए थे। उसी रुपये को आपदा प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद की जा रही है। केंद्र सरकार ने जरुरत पड़ने पर और बजट देने का भरोसा दिया है। करीब 50 से 60 करोड़ रुपये यूएस नगर को दिए गए हैं। कहा कि जिन लोगों के घरों के बाहर लगे विद्युत मीटर खराब हो गए हैं, उन्हें ऊर्जा निगम निश्शुल्क नए मीटर लगाएगा। इसे सरकार वहन करेगी। अतिवृष्ट से जो भी सड़कें खराब हो गई हैं और डामरीकरण की जरुरत है तो उसके लिए जिला प्रशासन से तत्काल प्रस्ताव मांगा है। जिससे प्रस्ताव भेजकर केंद्र सरकार से बजट दिलाया जाएगा।

भट्ट ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में विपक्ष पैनिक का माहौल न बनाएं, बल्कि प्रभावितों की जा रही मदद में सहयोग करें। जिला प्रशासन को युद्व स्तर पर हुए नुकसान का आकलन कर रिपोर्ट देने को कहा गया है। मकानों व दुकानों में पानी घुसने से नुकसान हुए सामान सहित सभी नुकसान का सर्वे किया जा रहा है। इस मौके पर उत्तराखंड वन विकास निगम के अध्यक्ष सुरेश परिहार, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, मेयर रामपाल सिंह, उत्तम दत्ता, ललित मिगलानी आदि मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी