नैनीताल के प्रसिद्ध कैंची धाम में आफत की बारिश, बाल-बाल बचे दो पुजारी, हाईवे जाम
प्रसिद्ध कैंची धाम में बुधवार शाम को करीब एक घंटे तक जोरदार बारिश व ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। मलबे से हाइवे बंद है। स्थानीय लोगों के अनुसार बादल फटने से बड़ी मात्रा में मलबा आने से मुख्य मंदिर के पीछे मलबा भर गया। हल्द्वानी-अल्मोड़ा हाईवे जाम हो गया।
जागरण संवाददाता, नैनीताल। बाबा नीम करौरी महाराज के प्रसिद्ध कैंची धाम में बुधवार शाम को करीब एक घंटे तक जोरदार बारिश व ओलावृष्टि से भारी नुकसान हुआ है। मलबे से हाइवे बंद है। स्थानीय लोगों के अनुसार बादल फटने से बड़ी मात्रा में मलबा आने से मुख्य मंदिर के पीछे भक्तों को भोजन कराने वाले स्थान पर मलबा भर गया है, जबकि समीप ही सांई मंदिर को भारी नुकसान हुआ है।
बुधवार शाम को कैंची धाम इलाके में शाम चार बजे से पांच बजे तक भारी ओलावृष्टि व बारिश हुई। क्षेत्र के निवासी रिटायर अधीक्षण अभियंता सीडी तिवारी ने बताया कि मलबा भर जाने से साईं मंदिर के पुजारी करीब एक घंटे तक फंसे रहे। स्थानीय युवाओं की मदद से उन्हें बमुश्किल सुरक्षित निकाला गया। उन्होंने बताया कि मुख्य मंदिर के पीछे भी नुकसान हुआ है। कहा कि बादल फटने से तबाही मची है, अलबत्ता किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। उधर रामगढ़ ब्लॉक में बारिश व ओलावृष्टि से आड़ू, सेब, पुलम, खुमानी को व्यापक नुकसान हुआ है।
युवा समाजसेवी धीरज शर्मा के अनुसार मल्ला रामगढ़ में बादल फटने से बड़ा नुकसान हुआ है। यहां बोहरागांव ग्राम सभा के खोपा जाने वाली सड़क मलबे से पट गई है। तल्ला रामगढ़- मुक्तेश्वर मार्ग मलबा आने से बंद हो गया है। दिल्ली के एक कारोबारी के होटल को भी नुकसान हुआ है। जबकि क्षेत्रवासी भानु प्रताप सिंह दर्मवाल समेत अन्य के घरों में मलबा घुस गया है। क्षेत्र के विक्रम सिंह कुंवर ने बताया कि अतिवृष्टि से किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। फलों को अत्यधिक नुकसान हुआ है। क्षेत्रवासियों के अनुसार फिलहाल तक कोई प्रशासनिक या पुलिस अधिकारी प्रभावित इलाकों तक नहीं पहुंचे।
लोगों ने भागकर बचाई जान
मूसलाधार बारिश से कैंची धाम के आसपास हालात बिगड़ गए। साईं मंदिर के समीप पहाड़ी से भारी बोल्डर, मलवा तथा पानी आने से हड़कंप मच गया। लोगो ने इधर-उधर भागकर बमुश्किल जान बचाई। कई वाहन चालक चपेट में आने से बाल-बाल बचे। कैची धाम स्थित मुख्य मंदिर के परिसर में भी पहाड़ी से मलवा मंदिर परिसर में जा घुसा संयोगवश बड़ा हादसा टल गया।
हाईवे खोलने में भी आ रही दिक्कत
पाडली, कैंची तथा निगलाट आदि तमाम क्षेत्रों में पहाड़ी से मलबा हाईवे तक पहुंचा है। एनएच कर्मी हाईवे खोलने में जुटे हुए हैं पर जगह-जगह मलबा होने से हाईवे खोलने में दिक्कत आ रही है। एनएच के सहायक अभियंता एमसी जोशी के अनुसार हाईवे खोलने का कार्य शुरू कर दिया गया है जगह-जगह मलबा बोल्डर व पानी बहने से दिक्कत आ रही है प्रयास किया जा रहा है कि जल्द ही हाईवे खोला जा सके।
उत्तरवाहिनी शिप्रा भी उफान पर
मूसलाधार बारिश से उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी भी उफान पर आ गई। पहाड़ी से बहते पानी बोल्डर व मलवा आने तथा उत्तरवाहिनी शिप्रा के उफान में आने से लोगों की जान ही सूख गई। करीब घंटे भर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।पहाडी़ से बहते पानी के साथ बोल्डर व मलबा आने से बादल फटने जैसे हालात पैदा हो गए।
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