बद्रीनाथ धाम में नमाज पढऩे वालों के खिलाफ बजरंग दल का प्रदर्शन, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
कार्यकर्ताओं ने कहा कि हिंदुओं के प्राचीन तीर्थ स्थल बद्रीनाथ में गैर हिंदु धार्मिक गतिविधियां पूरी तरह प्रतिबंधित हैं। इसके बावजूद क्षेत्र में नमाज पढ़कर साम्प्रदायिक माहौल को खराब करने की कोशिश की गई है। इस मामले में अभी तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : बद्रीनाथ धाम में नमाज पढऩे वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने से खिन्न बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने बुधवार को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन किया। संगठन ने इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
जिला संयोजक सोनम पांडे की अगुवाई में प्रदर्शन करते हुए कार्यकर्ताओं ने कहा कि हिंदुओं के प्राचीन तीर्थ स्थल बद्रीनाथ में गैर हिंदु धार्मिक गतिविधियां पूरी तरह प्रतिबंधित हैं। इसके बावजूद क्षेत्र में नमाज पढ़कर साम्प्रदायिक माहौल को खराब करने की कोशिश की गई है। इस मामले में अभी तक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे इस मामले में चुप नहीं बैठेंगे। कार्यकर्ताओं ने शीघ्र कार्रवाई नहीं किए जाने पर पूरे प्रदेश में उग्र आंदोलन छेड़ देने की चेतावनी दी है। प्रदर्शन करने वालों में जिला सहसंयोजक पवन नाथ, जिला मंत्री विनीत पाठक, सम्पर्क प्रमुख ललित पंत, सूरज बिष्ट, राजू फरमाल, हिमांशु कोहली, अमित कुमार, बद्रीप्रसाद, पप्पू थापा आदि शामिल थे। प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया।
आशा कार्यकर्ता का धरना जारी, जिला मुख्यालय पहुंच कर सौंपा ज्ञापन
पिथौरागढ़: मानदेय वृद्धि एवं बीस साल के कार्यकाल के बाद एएनएम के बराबर वेतन दिए जाने सहित अन्य मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ता विगत 28 दिनों से गांव के पंचायत घर पर धरना दे रही है। बुधवार को आशा कार्यकर्ताओं के साथ बारह सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
विकास खंड मूनाकोट की सिरकुच ग्राम पंचायत की आशा रजनी चंद विगत 28 दिनों से 12 सूत्रीय मांगों को लेकर पंचायत घर पर धरने पर बैठी हैं। बुधवार को रजनी चंद जिला मुख्यालय पहुंची। जहां पर अन्य आशा कार्यकर्ताओं के साथ कलक्ट्रेट जाकर मुख्यमंत्री के नाम का बारह सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। रजनी चंद ने इस मौके पर बताया कि एक जुलाई से चल रहे धरने के दौरान प्रतिदिन अपने आंदोलन और मांगों को लेकर डबल इंजन सरकार के पीएम और सीएम को ज्ञापन भेजा जाता रहा है। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा कि आशाओं का मानदेव बढ़ा कर 21 हजार रु पए प्रतिमाह किया जाए। बीस साल की सेवा के बाद आशा को एनएनएम के बराबर वेतन दिया जाए। इस संबंध में जिले भर की आशा कार्यकर्ता शुक्रवार को कलक्ट्रेट के धरना प्रदर्शन स्थल रामलीला मैदान टकाना में प्रदर्शन करेंगी।