नैनीताल में टीकाकरण के लिए अलग कैम्प बनाए जाने को लिखा पत्र
कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखकर राज्य जजों न्यायिक अधिकारियों कर्मचारियों अधिवक्ताओं व उनके परिजनों कोटीकाकरण के लिये अलग से कैम्प लगाने को कहा। वहीं हल्द्वानी में मेडिकल स्टोर कारोबारियों को वैक्सीन के लिए अलग काउंटर बनाने की मांग डीएम से की है।
जागरण संवाददाता, नैनीताल। हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल ने प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव को पत्र लिखकर राज्य जजों, न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों, अधिवक्ताओं व उनके परिजनों को कोविड वैक्सीन टीकाकरण के लिये अलग से कैम्प लगाने को कहा है।
इस पत्र में कहा गया है कि सरकार ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत कार्मिकों को फ्रंट लाइन वॉरियर घोषित किया है। लेकिन न्यायिक क्षेत्र को इससे वंचित रखा गया है । जबकि आपदा काल में न्यायिक क्षेत्र भी फ्रंट लाइन वॉरियर की भूमिका में है। पत्र में कहा है कि कई जिलों के जिला जजों ने इस सम्बंध में जिलाधिकारियों व स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र लिखकर न्यायिक अधिकारियों, कर्मियों व अधिवक्ताओं के लिये पृथक से वेक्सीनेशन कैम्प लगाने का आग्रह किया लेकिन उस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। जबकि कोविड महामारी काल में कई जजों, कर्मचारियों, अधिवक्ताओं को अपनी जान खोनी पड़ी है। रजिस्ट्रार जनरल ने स्वास्थ्य सचिव से इस सम्बंध में तुरन्त जिलों को निर्देश जारी करने को कहा है। इधर, गुरुवार को नैनीताल के जिला जज ने जिलाधिकारी को भी पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने न्यायिक अधिकारियों कर्मचारियों को कोविड वैक्सीन लगाने के लिए शिविर लगाने का अनुरोध किया है।
दवा कारोबारियों के वैक्सीनेशन के लिए बने अलग काउंटर
हल्द्वानी : सांसद प्रतिनिधि व प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश संगठन प्रभारी वीरेंद्र गुप्ता ने मेडिकल स्टोर कारोबारियों को वैक्सीन लगाने के लिए अलग काउंटर बनाने की मांग डीएम से की है। व्यापारी नेता वीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि ड्रग व केमिस्ट एसोसिएशन के मनोज जोशी, हरीश पाठक, अनुज भट्ट, नीरज कांडपाल आदि ने उन्हें अवगत कराया कि दवा कारोबारी दिनरात अपनी सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में वह दिनभर में कई बार कोरोना संक्रमितों के संपर्क में आते हैं। जिस कारण से लगातार दवा व्यवसायी संक्रमित भी होते जा रहे है और दवा व्यवसाइयों में भय का माहौल व्याप्त हो गया है।
बढ़ते संक्रमण की वजह से अब दवा कारोबारी भी अपनी सेवाएं देने में डरने लगे हैं। वह खुद व परिजनों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। दूसरी ओर अब तक शासन व प्रशासन ने आवश्यक सेवा प्रदान कर रहे दवा व्यवसाइयों को वैक्सीन लगवाने के लिए कोई नीति नहीं बनाई है, जो एक चिंतनीय विषय है। दवा कारोबारियों के अनुरोध पर वीरेंद्र गुप्ता ने डीएम से दवा व्यवसायियों को वैक्सीन लगाने के लिए अलग काउंटर की व्यवस्था करवाने की मांग की गई है। ताकि दवा व्यवसायी सुरक्षित माहौल में आपातकालीन सेवाएं देकर प्रशासन का सहयोग कर सकें।
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