महिला सशक्तीकरण के लिए दीपिका के उल्लेखनीय कार्यों को मिली सराहना, पहली बार पिथौरागढ़ जिला पंचायत की झोली में आया राष्ट्रीय पुरस्कार

पिथौरागढ़ जिला पंचायत इन मानकों में पूरी तरह खरी उतरी और राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किया। प्रदेश में पिथौरागढ़ जिला पंचायत राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाली दूसरी पंचायत है। बीते वर्ष यह पुरस्कार देहरादून को मिला था। जिपं अध्यक्ष दीपिका ने पंचायत के कर्मचारियों अधिकारियों का सहयोग भी बताया।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 28 Apr 2021 11:20 AM (IST) Updated:Wed, 28 Apr 2021 11:20 AM (IST)
महिला सशक्तीकरण के लिए दीपिका के उल्लेखनीय कार्यों को मिली सराहना, पहली बार पिथौरागढ़ जिला पंचायत की झोली में आया राष्ट्रीय पुरस्कार
जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा के महिला सशक्तीकरण के परिणामस्वरू प जिला पंचायत इस सम्मान से सम्मानित हुई ।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : जिला पंचायत पिथौरागढ़ को पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। यह पुरस्कार पंचायत के उल्लेखनीय कार्यों के लिए प्रदान  किया गया। जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोहरा के महिला सशक्तीकरण के परिणामस्वरू प जिला पंचायत इस सम्मान से सम्मानित हुई ।

जिला पंचायत अध्यक्ष का पद भार संभालने के बाद दीपिका बोहरा ने जिला पंचायत की सुविधाएं बढ़ाने,  रोजगार के साधन जुटाने, स्वच्छता अभियान और महिला कल्याण कार्यक्रमों का प्रमुखता के साथ संचालित किया। उन्होंने महिला कल्याण को प्राथमिकता देते हुए महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की पहल प्रारंभ की। प्राथमिकता के साथ उन्होंने सर्वप्रथम विण विकास खंड में एक महिला सरस केंद्र बनाया। इस केंद्र के माध्यम से महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जागरू कता कार्यक्रम चलाया।

उनका लक्ष्य ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का रहा। गांवों में जाकर महिलाओं को खुद उत्पादन करने, उत्पाद संग्रहित करने के लिए प्रोत्साहित किया। जिसके परिणाम सुखद आए और दर्र्जनों महिलाएं इस कार्य में जुट गई। सरस केंद्र में महिलाओं को सामान की पैकेजिंग करने की विधि बताई गई। प्रशिक्षण देकर महिलाओं को पैकेजिंग में दक्ष बनाया गया। अपना उत्पाद, संग्रहण और फिर पैकेजिंग कर उसे बाजार में बेच रही हैं। जिपं अध्यक्ष की इस पहल से दर्जनों महिलाएं आत्मनिर्भर बन चुकी हैं। महिला सशक्तीकरण का यह प्रयास सफल रहा। राष्ट्रीय पुरस्कार के मानकों में खरा उतरा।

अति कुपोषित बच्चे को लिया गोद

महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली जिपं अध्यक्ष दीपिका बोहरा ने एक अति कुपोषित बच्चे को गोद लिया है। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को भी कुपोषित बच्चों को गोद लेकर उनके भरण पोषण की जिम्मेदारी लेने की अपील की। बजेटी गांव भ्रमण पर पहुंंची दीपिका ने जब एक अति कुपोषित बच्चे को देखा तो वह द्रवित हो गई। उन्होंने कुपोषित बच्चे को गोद में लेकर उसकी मां और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता केा बुलाकर उस बच्चे के बारे में पूरी जानकारी ली और बच्चे को गोद लेकर उसके स्वास्थ्य का परीक्षण कराया। उसके बाद से वह स्वयं उसकी देखरेख अपनी निगरानी में कर रही हैं।

राष्ट्रीय पुरस्कार के ये हैं मानक

- पंचायत सशक्तीकरण

- पंचायतों में सुविधाएं जुटाना

- रोजगार सृजन

- स्वच्छता अभियान

- महिला कल्याण

पिछले वर्ष देहरादून को मिला था यह पुरस्कार

पिथौरागढ़ जिला पंचायत इन मानकों में पूरी तरह खरी उतरी और राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किया। प्रदेश में पिथौरागढ़ जिला पंचायत राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त करने वाली दूसरी पंचायत है। बीते वर्ष यह पुरस्कार देहरादून को मिला था। प्रतिवर्ष प्रदेश के दो ब्लॉक प्रमुखों, तीन ग्राम प्रधानों और एक जिला पंचायत को राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किया जाता है। राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने को जिपं अध्यक्ष दीपिका ने पंचायत के कर्मचारियों, अधिकारियों का सहयोग भी बताया है।

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