एक साथ चार-चार वाद्य यंत्रों को अकेले बजाकर सोलो परफॉर्म करते हैं दीप रजवार

एक वाद्य यंत्र में महारत के लिए खुद को साधना होता है। रियाज में खुद को खपाना होता है लेकिन जब हुनर चार-चार वाद्य यंत्रों से साक्षात्कार का हो तो इसे खास ही कहा जाएगा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 11:38 AM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 11:38 AM (IST)
एक साथ चार-चार वाद्य यंत्रों को अकेले बजाकर सोलो परफॉर्म करते हैं दीप रजवार
एक साथ चार-चार वाद्य यंत्रों को अकेले बजाकर सोलो परफॉर्म करते हैं दीप रजवार

रामनगर, विनोद पपनै : एक वाद्य यंत्र में महारत के लिए खुद को साधना होता है। रियाज में खुद को खपाना होता है, लेकिन जब हुनर चार-चार वाद्य यंत्रों से साक्षात्कार का हो तो इसे खास ही कहा जाएगा। कुछ ऐसे ही हैं रामनगर निवासी दीप रजवार। उन्होंने बैंड तैयार किया है जिसमें वह गाना गाते हुए एक साथ चार-चार वाद्य यंत्र भी बजाते हैं। दीप बिना किसी की मदद के माउथ ऑर्गन, गिटार, ड्रम व झांझर एक साथ बजाते हैं। वाद्य यंत्रों की धुन के साथ गायकी भी लुभाती है। अपनी इस प्रतिभा का इस्तेमाल वह सामाजिक चेतना से जुड़े कार्यक्रम में करते हैं।

ऐसे हुई शुरुआत

दीप बताते हैं कि बचपन से ही गाने का शौक था। मोहल्ले से एक युवक शाम को माउथ ऑर्गन बजाते हुए निकलता था। उसकी धुन आकर्षित करती थी, लेकिन कभी उससे मिल नहीं पाए। बड़े भाई ने नैनीताल से माउथ ऑर्गन लाकर दिया। काफी रियाज के बाद एक दिन अचानक ही पुराने गाने की धुन निकल गई। विश्वास नहीं हुआ। फिर उसे दोस्तों को सुनाने लगे। स्कूल के दिनों में गिटार से जुड़ाव हुआ। पहला गिटार पिथौरागढ़ के दोस्त ने दिया। 2005 में मद्रास में एक व्यक्ति को माउथ ऑर्गन और गिटार बजाते देखा। उसे देख खुद भी प्रयास किया और सफल भी रहा। एक बार यूट्यूब पर एक प्रशंसक ने पैरों से ड्रम बजाने का सुझाव दिया। इसके बाद ड्रम की रियाज शुरू हुई। घंटो अभ्यास से आज राह आसान हो गई है।

सोलो बैंड किया लांच

2016 में नैनीताल बैंड स्टैंड में सोलो बैंड लांच कर पहली प्रस्तुति दी। सेव द नेचर-सेव द फ्यूचर थीम की प्रस्तुति को श्रोताओं ने सराहा। इसके बाद रामनगर नगरपालिका ऑडिटोरियम में इसी थीम के साथ सोलो कंसर्ट किया। अब दीप इन वाद्य यंत्रों के साथ बांसुरी और कैसियो बजाने का अभ्यास कर रहे हैं।

सोलो बैंड से करेंगे जागरूक

दीप रजवार कहते हैं कि पर्यावरण संरक्षण, जलवायु परिवर्तन, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे सरोकारीय मुद्दे को लेकर वह उत्तराखंड में चेतना यात्रा निकालेंगे। सोलो बैंड के माध्यम से प्रस्तुति देकर लोगो को गंभीर मुद्दों पर जागरूक करने की कोशिश करेंगे।

वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर भी

संगीत साधना के साथ ही दीप वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर भी हैं। उनकी कॉर्बेट के वन्यजीवों से संबंधित कई चित्रों को पुरस्कार भी मिल चुका है।

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