कुमाऊं रीजन के मैदानी क्षेत्रों में हर बस स्टेशन पर खंगाला जा रहा यूपी रोडवेज का आंकड़ा

हल्द्वानी रुद्रपुर रामनगर काशीपुर समेत मैदानी क्षेत्र के सभी बस स्टेशनों पर परिवहन निगम के कर्मचारी इन दिनों उत्तर प्रदेश रोडवेज की गाडिय़ों का रिकॉर्ड खंगालने में जुटे हैं। रोड टैक्स प्रकरण को लेकर यह आदेश जारी हुए हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 10:42 AM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 10:42 AM (IST)
कुमाऊं रीजन के मैदानी क्षेत्रों में हर बस स्टेशन पर खंगाला जा रहा यूपी रोडवेज का आंकड़ा
कुमाऊं रीजन के मैदानी क्षेत्रों में हर बस स्टेशन पर खंगाला जा रहा यूपी रोडवेज का आंकड़ा

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : हल्द्वानी, रुद्रपुर, रामनगर, काशीपुर समेत मैदानी क्षेत्र के सभी बस स्टेशनों पर परिवहन निगम के कर्मचारी इन दिनों उत्तर प्रदेश रोडवेज की गाडिय़ों का रिकॉर्ड खंगालने में जुटे हैं। रोड टैक्स प्रकरण को लेकर यह आदेश जारी हुए हैं। दरअसल, पूर्व में मुख्यालय स्तर पर हुई जांच में यह बात सामने आई थी कि बड़ी संख्या में यूपी रोडवेज की गाडिय़ों से उत्तराखंड को रोड टैक्स नहीं मिल रहा। अब राजस्व घाटे की भरपाई के लिए अधिकारिक रिपोर्ट बनाई जा रही है। ताकि वसूली के लिए कागज तैयार किए जाए।

उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के बीच करार के हिसाब से बसों का संचालन किया जाता है। अनुबंध के हिसाब से दोनों निगम एक-दूसरे राज्य में बस चलवाते हैं। इसके लिए बकायदा रोड टैक्स देना पड़ता है। वहीं, हाल में हुई जांच के दौरान पता चला कि उत्तर प्रदेश रोडवेज की बसें बड़ी संख्या में टैक्स नहीं दे रही। इसलिए सभी बस अड्ढों से रिपोर्ट मांगी गई है।

सिर्फ पार्किंग से रोजाना 20-22 हजार की इनकम

उत्तर प्रदेश रोडवेज की बसों के उत्तराखंड में चलने से पड़ोसी राज्य को अच्छी-खासी इनकम होती है। मगर गाडिय़ों से मिलने वाले पार्किंग शुल्क से उत्तराखंड परिवहन निगम की आय भी ठीक है। बात अगर कुमाऊं के सबसे बड़े बस स्टेशन हल्द्वानी की करें तो यहां हर 24 घंटे में 60-70 बसें उत्तर प्रदेश की आती है। सिर्फ पार्किंग शुल्क से 20 से 22 हजार मिल जाते हैं।

कोरोना से पहले बढ़े थे दाम

हल्द्वानी डिपो के वरिष्ठ स्टेशन प्रभारी रवि शेखर कापड़ी ने बताया कि कोरोना काल से ठीक पहले पार्किंग शुल्क को दोगुना कर दिया गया था। इस हिसाब से रात में बस स्टेशन पर रूकने वाली यूपी रोडवेज की बसों से 700 रुपये प्रति गाड़ी लिए जाते हैं। जबकि अप-डाउन करने वाली गाड़ी यानी आधे घंटे के अंदर सवारी लेकर निकलने पर कम शुल्क लिया जाता है।

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