बड़े धोखे हैं इस राह में.. जरा संभलना, पहाड़ी से गिरते पत्थर बन सकते हैं मुसीबत
ल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर सफर बेहद खतरनाक हो चुका है। जगह जगह खतरा मुंह उठाए खडा़ है। दुर्घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। बावजूद संबंधित विभाग ठोस कदम नहीं उठा रहा। अल्मोडा़ हल्द्वानी हाईवे भवानी से क्वारब अब तक बेहद खतरनाक हो चुका है।
गरमपानी, जेएनएन: अल्मोड़ा हल्द्वानी हाईवे पर सफर बेहद खतरनाक हो चुका है। जगह जगह खतरा मुंह उठाए खडा़ है। दुर्घटनाओं का ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है। बावजूद संबंधित विभाग ठोस कदम नहीं उठा रहा। अल्मोडा़ हल्द्वानी हाईवे भवानी से क्वारब अब तक बेहद खतरनाक हो चुका है। जगह-जगह खतरनाक हो चुकी स्थिति बड़ी दुर्घटना की ओर इशारा कर रही है। पाडली क्षेत्र में पहाड़ी से गिरते लगातार पत्थर तथा ठिक नीचे हाईवे पर सुरक्षात्मक कार्यों के ना होने से बड़ी घटना सामने आने का अंदेशा बना हुआ है। लगातार आवाजाही करने वालों के ऊपर खतरा मंडराता रहता है।
रातीघाट क्षेत्र पर कई वाहन हाईवे से खाई की ओर गिर चुके हैं। कई लोग जान तक गंवा चुके हैं पर आज तक खतरनाक हो चुकी जगह पर सुरक्षा के ठोस इंतजाम नहीं किए जा सके। हाईवे पर बरसाती पानी के निकासी को बनाए गए कलमठ के एक हिस्सा भी खुला पड़ा है जिससे दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। कई वाहन कलमठ में घुसकर दुर्घटनाग्रस्त भी हो चुके हैं जिससे वाहन चालक चोटिल तक हो गए हैं बावजूद संबंधित विभाग ठोस कदम नहीं उठा रहा। हाईवे पर रोजाना बड़े जिम्मेदार अधिकारी व नेता भी आवाजाही करते हैं पर उनको हाईवे की बदहाली नजर नहीं आ रही। हाईवे पर आवाजाही करने वाले वाहन चालकों का कहना है कि रात के वक्त खतरा दोगुना हो जाता है। व्यापारी नेता मदन सुयाल, पूरन लाल साह, महिपाल सिंह बिष्ट, मनीष तिवारी, कमल तिवारी, राकेश जलाल, भरत जलाल, प्रेम नाथ गोस्वामी, भास्कर त्रिपाठी, देवेश कांडपाल, फिरोज अहमद मोहम्मद, मो. नाहिद, संजय सिंह बिष्ट, दिनेश बिष्ट, जगमोहन सिंह जलाल, शिवराज सिंह बिष्ट आदि लोगों ने हाईवे पर दुर्घटना वाले स्थानों पर सुरक्षात्मक कार्य कराए जाने की मांग उठाई है। चेतावनी दी है कि यदि जल्द हाईवे को दुरुस्त नहीं किया गया तो संबंधित विभाग के खिलाफ आंदोलन शुरु किया जाएगा।