नैनीताल की सड़कों पर मंडराया खतरा, राजभवन के बाद नैनीताल-भवाली मार्ग पर हो रहा धंसाव
लगातार हो रही बारिश से नैनीताल शहर व आसपास की मुख्य सड़कों पर खतरा मंडराने लगा है। बुधवार को राजभवन रोड का करीब 20 मीटर हिस्सा धंसने से पालिका बाजार की दर्जन भर दुकानें मलबे से क्षतिग्रस्त हो गई थी।
जागरण संवाददाता, नैनीताल : लगातार हो रही बारिश से नैनीताल शहर व आसपास की मुख्य सड़कों पर खतरा मंडराने लगा है। बुधवार को राजभवन रोड का करीब 20 मीटर हिस्सा धंसने से पालिका बाजार की दर्जन भर दुकानें मलबे से क्षतिग्रस्त हो गई थी। वहीं रविवार को नैनीताल-भवाली मार्ग पर कैलाखान के समीप 70 मीटर हिस्सा दरारें आने से धंस गया है। बलियानाले की तलहटी में लगातार हो रहे भूकटाव को इसकी वजह माना जा रहा है।
भूगर्भीय दृष्टि से संवेदनशील बलियानाला की तलहटी पर लगातार भू-कटाव हो रहा है। पहाड़ी से निकल रहे जल स्रोतों के साथ भारी मिट्टी, मलबा और पत्थर निकलने से नाले का हिस्सा खोखला हो रहा है। जिससे आबादी वाले हरिनगर क्षेत्र की ओर भी भूस्खलन हो रहा है। अब कैलाखान के समीप नैनीताल-भवाली मार्ग खतरे की जद में आ गया है। लोनिवि ने दरार वाले हिस्से में पत्थर और मिट्टी की मेढ़ बनाकर वाहनों की आवाजाही रोक दी है।
मेन बाउंड्री थ्रस्ट और फॉल्ट के कारण संवेदनशील है बलियानाला
पर्यावरणविद प्रो. अजय रावत कहते हैं कि हनुमानगढ़ी नैनीताल से हल्द्वानी के रानीबाग तक के क्षेत्र में मेन बाउंड्री थ्रस्ट लाइन होकर गुजरती है। यह शिवालिक तथा लैसर हिमालय की विभाजक रेखा है। वहीं नैनीताल झील के बीच से गुजरने वाला मनोरा देवपाटा फॉल्ट बलियानाले के समीप मेन बाउंड्री थ्रस्ट से होकर मिलता है। जिससे भूगर्भीय दृष्टि से बलियानाला क्षेत्र अति संवेदनशील बना हुआ है।
बलियानाले की तलहटी पर स्थाई उपचार जरूरी
अधिशासी अभियंता लोनिवि दीपक गुप्ता ने बताया कि सड़क की रोकथाम को पूर्व में सुरक्षा दीवार भी लगाई गई थी। मगर हर बरसात में दीवार क्षतिग्रस्त होने के साथ ही सड़क में धसाव हो रहा है। बलियानाले की तलहटी पर स्थाई उपचार शुरू हो तभी सड़क धंसने की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा। बुधवार रात धंसी राजभवन रोड पर भी यातायात पूरी तरह से बंद किया गया है। लोनिवि ने वहां खतरा बने आधा दर्जन पेड़ भी कटवा दिए हैं।