ज्योलिंगकोंग से कुटी तक मार्ग से बर्फ हटाने में जुटा बीआरओ, होमस्टे, किचन और बीआरओ कैंप को नुकसान

भारी हिमपात और सीमा को जोडऩे वाले मार्गों के बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने से उच्च हिमालयी गांवो का सम्पर्क पूरी तरह भंग हो गया। सैकड़ों की संख्या में आदि कैलास और ओम पर्वत दर्शनों को गए पर्यटक फंस गए। हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर पर्यटकों को निकाला जा रहा है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 05:57 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 05:57 PM (IST)
ज्योलिंगकोंग से कुटी तक मार्ग से बर्फ हटाने में जुटा बीआरओ, होमस्टे, किचन और बीआरओ कैंप को नुकसान
आदि कैलास दर्शनों के लिए बाइक से आए बाइकर्स भी यहां पर फंसे हैं। सभी सकुशल हैं।

टीम जागरण, पिथौरागढ़/ धारचूला : गत दिनों की बारिश के दौरान उच्च हिमालय में समय से पूर्व रिकार्ड हिमपात हुआ है। आदि कैलास क्षेत्र में 13500 फीट की ऊंचाई पर स्थित ज्योलिंगकोंग में पांच फीट से अधिक हिमपात हुआ है।  भारी हिमपात से होमस्टे, रसोईघर और बीआरओ कैंप को नुकसान हुआ है। यहां पर 27 लोग फंसे हुए हैं। एक मृतक के शव को सेना और स्थानीय लोगों ने गुंजी पहुंंचा दिया है।

भारी हिमपात और सीमा को जोडऩे वाले मार्गों के बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने से उच्च हिमालयी गांवो का सम्पर्क पूरी तरह भंग हो गया। सैकड़ों की संख्या में आदि कैलास और ओम पर्वत दर्शनों को गए पर्यटक फंस गए।  मौसम खुलने के बाद हैलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर पर्यटकों को निकाला जा रहा है। आदि कैलास क्षेत्र के ज्योलिंगकोंग में भारी बर्फबारी हुई है। यहां पर पांच फीट तक हिमपात होने से होमस्टे, बीआरओ कैंप को भी नुकसान पहुंचा है। स्थानीय लोगों के होमस्टे के किचन बर्फबारी से नष्ट हो चुके हैं। 

ज्योलिंगकोंग में बीते दिनों महाराष्ट्र निवासी एक पर्यटक की हृदय गति रु कने मौत हो गई थी। मृतक के शव को बर्फ में चल कर सेना और स्थानीय लोगों ने गुंजी पहुंंचा दिया है। यहां पर अभी भी सत्ताईस लोग फंसे हैं।  यह सूचना अंतिम भारतीय गांव कुटी के ग्राम प्रधान ने वी सैट के एक बार चलने पर दी है। यहां लगे वी सैट में कभी कभार कुछ देर के लिए सिग्नल आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि आदि कैलास दर्शनों के लिए बाइक से आए बाइकर्स भी यहां पर फंसे हैं। सभी सकुशल हैं।

जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने बताया कि बीआरओ को बर्फ हटाने के लिए कह दिया गया है। फंसे हुए लोगों को हैलीकॉप्टर से निकाला जाएगा। बीआरओ के कमांडेंट कर्नल एनके शर्मा ने फोन से बताया कि शनिवार से बीआरओ मोटर मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य प्रारंभ कर चुकी है। रास्ता बना कर सभी फंसे हुए लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जाएगा। अभी सभी लोग सुरक्षित हैं।

ज्योलिंगकोंग आदि कैलास का मुख्य पड़ाव है। आदि कैलास दर्शनों को जाने वाले यात्री यहीं से आदि कैलास के दर्शन करते हैं। यहां पर स्थानीय लोगों द्वारा होमस्टे बनाए गए हैं जिनमें यात्रीगण प्रवास करते हैं। ज्योलिंकोंग गुंजी से लगभग 27 किमी की दूरी पर स्थित है। ज्योलिंगकोंग से सबसे नजदीकी गांव कुटी है।

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