पर्यटकों की आमद घटने से नैनीताल में बंद होने लगे होटल रेस्टोरेंट, पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों पर संकट

महामारी के दौर में पर्यटकों के कदम थमने सेे होटल रेस्टोरेंट नौकायन रिक्शा चालन आउटडोर फोटोग्राफी में काम करने वाले सैकड़ों लोगों के समक्ष घर की आर्थिक गाड़ी चलाने की चुनौती खड़ी हो गई है। ग्राहक नहीं आने से माल रोड में एक रेस्टोरेंट को बंद कर दिया गया है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 09:27 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 09:27 PM (IST)
पर्यटकों की आमद घटने से नैनीताल में बंद होने लगे होटल रेस्टोरेंट, पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों पर संकट
होटल-गेस्ट हाउस संचालक प्रतिष्ठान को बंद करने की सोच रहे हैं।

जागरण संवाददाता, नैनीताल : सरोवर नगरी में महामारी के दौर में पर्यटकों के कदम थमने सेे होटल, रेस्टोरेंट, नौकायन, रिक्शा चालन, आउटडोर फोटोग्राफी में काम करने वाले सैकड़ों लोगों के समक्ष घर की आर्थिक गाड़ी चलाने की चुनौती खड़ी हो गई है। ग्राहक नहीं आने से माल रोड में एक रेस्टोरेंट को बंद कर दिया गया है। इसी सप्ताह तमाम होटल-गेस्ट हाउस संचालक प्रतिष्ठान को बंद करने की सोच रहे हैं। उन्होंने कामगारों को घर लौटने का फरमान सुना दिया है।

शहर की झील में नौकायन पर्यटकों की पहली पसंद रहा है। झील में तीन सौ से अधिक नौकाएं संचालित होती हैं। इसमें नौका मालिक व चालकों समेत करीब छह सौ परिवारों की आजीविका चलती है। माल रोड पर करीब 90 रिक्शा संचालन होता है। मल्लीताल, माल रोड व तल्लीताल मेें नौका बूथों तथा बारापत्थर, हिमालय दर्शन में करीब तीन दर्जन आउटडोर फोटोग्राफर हैं। झील किनारे समेत पर्यटन स्थलों में आकर्षक पोषाक मेें पर्यटकों की फोटोग्राफी ही उनकी आर्थिक गाड़ी चलती है। इसके अलावा दो दर्जन के करीब माल रोड में शाम को  सड़क किनारे अंडे, भुट्टे, बन मक्खन, गोलगप्पे, मोमो बेचते हैं।  पिछले साल लॉकडाउन में इनका धंधा चौपट हो गया था। इस बार पर्यटन सीजन में कमाई की उम्मीद थी लेकिन कोरोना की मार की वजह से कमाई तो दूर फिर से लगातार दूसरे साल सीजन मेें बेरोजगार हो गए हैं। पिछली बार नौका चालकों को पेट की खातिर समीपवर्ती गांवों में मजदूरी करने जाना पड़ा था, इस बार फिर से हालात उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

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