अब लीची के बगीचों पर संकट

लॉकडाउन से काश्तकारों के समक्ष संकट बढ़ गया है। फसल व सब्जियों के उचित दाम नहीं मिलने के कारण लागत भी नहीं निकल पा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 May 2020 10:09 PM (IST) Updated:Wed, 27 May 2020 10:09 PM (IST)
अब लीची के बगीचों पर संकट
अब लीची के बगीचों पर संकट

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: लॉकडाउन से काश्तकारों के समक्ष संकट बढ़ गया है। फसल व सब्जियों के उचित दाम नहीं मिलने के कारण लागत भी नहीं निकल पा रही। कोटाबाग, कालाढूंगी व हल्द्वानी के काश्तकारों ने बताया कि पहले प्याज घरों में सड़ गया। अब लीची के बगीचों में माल डंप है। ऐसे में राहत के तौर पर तत्काल दस हजार रुपये देने के साथ नुकसान का आंकलन कर आर्थिक पैकेज भी देने की मांग की गई है।

कांग्रेस प्रदेश महासचिव महेश शर्मा के नेतृत्व में नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश से मिलने पहुंचे लोगों ने बताया कि गेहूं की फसल पकते ही बारिश ने मेहनत पर पानी फेर दिया। फूलों की बिक्री बंद होने की वजह से पॉलीहाउस संचालक परेशान हैं। इसके अलावा लीची व आम के उत्पादक भी परेशान हैं। इन फलों की बिक्री ठेकेदार के माध्यम से की जाती है, मगर लॉकडाउन से उप्र के ठेकेदार आने को तैयार नहीं हैं। वहीं, मंडी में प्याज का भाव सही नहीं मिलने के कारण पहले से काश्तकारों की कमर पहले ही टूट चुकी है। नेता प्रतिपक्ष ने सीएम के समक्ष मामले को रखने को आश्वासन दिया है। इस दौरान पूरन सिंह खनी, कुंदन बोहरा, देवेंद्र बिष्ट, बालम सिंह बिष्ट, विजय सिंह, पार्षद नीमा भट्ट आदि मौजूद रहे।

इधर अभी भीषण गर्मी से राहत नहीं मिली थी कि मौसम विभाग ने ओलावृष्टि और अंधड़ की चेतावनी जारी कर दी है। गुरुवार को पर्वतीय इलाकों में कुछ जगह ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है। गरज-चमक के साथ बौछार पड़ सकती है। मैदानी इलाकों में 70 किमी प्रति घटे तक की रफ्तार से अंधड़ आ सकता है।

तराई-भाबर में बुधवार को भी भीषण गर्मी रही। लू चलने के कारण घरों के लोगों को उमस झेलनी पड़ी। बुधवार को हल्द्वानी का तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस रहा। देहरादून मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि गुरुवार से मौसम में बदलाव आएगा। 28 से 30 मई के दौरान प्रदेश के अधिकाश हिस्सों में बारिश हो सकती हैं। इससे तापमान में थोड़ी गिरावट आएगी।

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