जल जीवन मिशन: हर घर नल पहुंचाने के लिए होने लगा पाइपों का संकट, इसल‍िए बढ़ा संकट

ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर नल पहुंचाने के लिए सरकार से लेकर पेयजल से जुड़े महकमे दिनरात मशक्कत कर रहे हैं। वहीं राज्य भर में पेयजल योजनाओं के काम एक साथ चलने से पाइपों का संकट खड़ा होने लगा है। पाइप बनाने वाली फैक्ट्रियां अचानक मांग सेे हांफने लगी हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:20 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 06:20 AM (IST)
जल जीवन मिशन: हर घर नल पहुंचाने के लिए होने लगा पाइपों का संकट, इसल‍िए बढ़ा संकट
पाइप बनाने वाली फैक्ट्रियां अचानक मांग कई गुना बढऩे पर हांफने लगी हैं।

हल्द्वानी, जेएनएन : जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में हर घर नल पहुंचाने के लिए सरकार से लेकर पेयजल से जुड़े महकमे दिनरात मशक्कत कर रहे हैं। वहीं राज्य भर में पेयजल योजनाओं के काम एक साथ चलने से पाइपों का संकट खड़ा होने लगा है। पाइप बनाने वाली फैक्ट्रियां अचानक मांग कई गुना बढऩे पर हांफने लगी हैं।

केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना के पहले चरण में हर घर तक पाइप लाइन पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित है। इसके बाद पेयजल स्रोतों व अन्य योजनाएं बनायी जाएंगी। पहले चरण के कामों को पूरा करने की जिम्मेदारी जल संस्थान व पेयजल निगम को दी गयी थी। दिसंबर तक लक्ष्य पूरा करने के लिए राज्य भर में निविदाएं आमंत्रित किए जा रही हैं। वहीं अचानक पूरे राज्य से पाइप बेचने वाले डीलरों के पास डिमांड पहुंच रही है। भारी मात्रा में आधा इंच से लेकर दो इंच तक के पाइपों की डिमांड है। अचानक डिमांड बढऩे से इसकी आपूर्ति करने में पाइप बनाने वाली कंपनियां हाथ खड़ा करने लग गयी हैं। 

काम लिया, पाइप ने बढ़ाई समस्याएं

हल्द्वानी : जल जीवन मिशन के तहत ठेकेदारों ने योजनाओं के टेंडर ले लिए हैं। वहीं योजनाओं को काम पूरा करने की अवधि एक से दो माह के बीच है। ऐसे में पाइपों की समस्या ने ठेकेदारों को परेशान करना शुरू कर दिया है। ठेकेदार स्थानीय डीलरों के साथ ही गाजियाबाद, रुद्रपुर, बाजपुर, मुरादाबाद आदि शहरों के डीलरों व सीधे कंपनियों में संपर्क साध रहे हैं। अगर समय पर पाइप नहीं मिले तो निर्धारित अवधि में काम पूरा करना ठेकेदारों के लिए मुश्किल हो जाएगा।

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