पार्क की बदहाली देख सफाई करने खुद टैंक में उतरे पार्षद, दो दिन में बदली पार्क की तस्वीर

पार्षद धर्मवीर डेविड जब रामलीला मोहल्ले के डीके पार्क पहुंचे तो उसकी बदहाली देख नहीं सके। जूते उतारकर किनारे किए पैंट की बाह को उपर चढ़ाया और झाडू थामकर टंकी में उतर गए।रामलीला मोहल्ले में डीके पार्क है

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 06:48 AM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 06:48 AM (IST)
पार्क की बदहाली देख सफाई करने खुद टैंक में उतरे पार्षद, दो दिन में बदली पार्क की तस्वीर
पार्क की बदहाली देख सफाई करने खुद टैंक में उतरे पार्षद, दो दिन में बदली पार्क की तस्वीर

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : हल्द्वानी के सबसे प्राचीन मोहल्ले में शुमार रामलीला मोहल्ले में डीके पार्क है। सुंदर हरियाली, बीच में पानी का टैंक और उस पर भव्य फव्वारा। देखरेख के अभाव में पार्क बदहाली के आंसू बहा रहा है। पार्क की बदहाली नगर निगम प्रशासन को नहीं दिखती। पार्षद धर्मवीर डेविड शनिवार को जब पार्क पहुंचे तो उसकी बदहाली देख नहीं सके। जूते उतारकर किनारे किए, पैंट की बाह को उपर चढ़ाया और झाडू थामकर टंकी में उतर गए।

पहले दिन अकेले ही इस काम में जुटे रहे। इंटरनेट मीडिया के माध्यम से नेक पहल का प्रचार किया तो रविवार को कुछ अन्य स्वयंसेवी में काम में जुट गए। पार्षद के नेतृत्व में युवाओं ने टंकी में जमी काई व गाद साफ की। पानी में गिरी पत्तियां, कूड़ा आदि सड़ चुका था और दुर्गंध मार रहा था। दो दिन की मेहनत के बाद टंकी काफी हद तक साफ हो चुकी है। युवाओं ने पार्क से कूड़ा आदि साफ किया।

मुफ्त में पार्क की देखरेख करते रहे हैं डेविड

धर्मवीर डेविड 2018 में हुए निकाय चुनाव में पहली बार पार्षद चुनकर आए थे। इससे पहले दस वर्षों तक वह पार्क की देखरेख करते आए हैं। डेविड ने अघोषित रूप से पार्क को गोद लिया था। पार्क में लगे पौधों को पानी देना, फूलों की निराई-गुड़ाई, पानी की टंकी की सफाई आदि कार्य डेविड ही किया करते। हालांकि पार्क के एक कोने में वह चाय का ठेला लगाकर अपने परिवार का पोषण करते थे। पार्षद बनने के बाद निगम ने डेविड को ठेला लगाने की अनुमति नहीं दी। निगम का अमला पार्क की देखरेख भी भूल गया। पार्क से जुड़ाव रखने वाले धर्मवीर आज भी सफाई में जुट जाते हैं।

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