एनएचएम कार्मिकों की हड़ताल से लड़खड़ाई कोरोना जांच

हरियाणा की तर्ज पर ग्रेड वेतन व ओसोम व उत्तर प्रदेश की भांति सेवाकाल साठ वर्ष तक निर्धारित किए जाने की पुरजोर वकालत की। आरोप लगाया कि महासंकट के इस दौर में फ्रंटलाइन कोरोना योद्धाओं के रूप में जान जोखिम में डाल मानवसेवा के बावजूद उपेक्षा कर रहा है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 05:51 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 05:51 PM (IST)
एनएचएम कार्मिकों की हड़ताल से लड़खड़ाई कोरोना जांच
ताड़ीखेत ब्लाॅक मुख्यालय स्थित सीएचसी में प्रदर्शन कर उन्होंने सरकार पर भड़ास निकाली।

जागरण संवाददाता, रानीखेत : आउटसोर्सिंग से नियुक्ति का पुरजोर विरोध करते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के संविदा चिकित्सकों व फार्मासिस्टों समेत अन्य कार्मिक बेमियादी हड़ताल पर चले गए हैं। उन्होंने रानीखेत उपमंडल के सभी ब्लाॅक क्षेत्रों में कार्यबहिष्कार कर प्रदर्शन किया। हरियाणा की तर्ज पर ग्रेड वेतन व ओसोम व उत्तर प्रदेश की भांति सेवाकाल साठ वर्ष तक निर्धारित किए जाने की पुरजोर वकालत की। आरोप लगाया कि महासंकट के इस दौर में फ्रंटलाइन कोरोना योद्धाओं केक रूप में जान जोखिम में डाल मानवसेवा के बावजूद तंत्र उनकी उपेक्षा कर रहा है। इस दौरान सरकार विरोधी नारे भी गूंजे। 

ग्रेडपे के मुद्दे पर अरसे से लामबंद 

एनएचएम के संविदा चिकित्सक, फार्मासिस्ट, जिला व ब्लाॅक कार्यक्रम प्रबंधक, स्टाफ नर्स आदि कार्मिकों ने मंगलवार से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया। ताड़ीखेत ब्लाॅक मुख्यालय स्थित सीएचसी में प्रदर्शन कर उन्होंने सरकार पर भड़ास निकाली। संविदा कार्मिक संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि बीते डेढ़ दशक से निस्वार्थ सेवा और कोरोनाकाल में अग्रिम मोर्चे पर दायित्व निभाने के बावजूद उनके हित में कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। प्रदर्शन करने वालों में पूर्व जिलाध्यक्ष डा. शिखा जोशी, डा. देवेंद्र उप्रेती, फार्मासिस्ट हेमा, प्रियंका, नीमा, योगेश, चंद्रप्रकाश, गूंजन, पूजा, शिप्रा, मनीषा, तारा आदि शामिल रहीं। वहीं सल्ट ब्लाॅक में भी हड़ताल से कोविड टीकाकरण, सैंपलिंग व टेस्टिंग के साथ ही मिशन से जुडे़ कार्क्रम ठप रहे। 

द्वाराहाट में भी गूंजते रहे सरकार विरोधी नारे 

एनएचएम के संविदा कार्मिकों ने सीएचसी में प्रदर्शन कर कार्यबहिष्कार शुरू कर दिया। उन्होंने एनएचएम कर्मियों को ग्रेड वेतनमान का लाभ तथा अोसोम की तर्ज पर सेवा का लाभ 60 वर्ष तक दिए जाने की मांग उठाई। साथ ही आउटसोर्सिंग का पुरजोर विरोध करते हुए राज्य एवं जिला स्वास्थ्य समिति के माध्यम से नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करनेकरन की वकालत की। धरने पर ब्लाॅक अध्यक्ष वीरेंद्र नेगी, डा. सीएस भट्ट, चंदन सिंह नेगी, गजेंद्र सिंह बिष्ट, जगदीश गिरी, योगेश भट्ट, अजय तिवारी, ललित अधिकारी, तारा चंद्र तिवारी आदि बैठे।

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