जलसंस्थान के संविदा श्रमिक संघ ने मांगों के समर्थन में अल्‍मोड़ा जिले में पानी की आपूर्ति ठप की

जलसंस्थान संविदा श्रमिक संघ ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर मोर्चा खोल लिया है। आंदोलन को तेज धार देने के लिए आउटसोर्सिंग कार्मिकों ने मध्य रात्रि से संपूर्ण जिले की जलापूर्ति बंद कर दी है। वहीं मटेला पंम्प स्टेशन पर पुलिस सुरक्षा में पानी वितरित किया गया।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 11:22 AM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 11:22 AM (IST)
जलसंस्थान के संविदा श्रमिक संघ ने मांगों के समर्थन में अल्‍मोड़ा जिले में पानी की आपूर्ति ठप की
जलसंस्थान के संविदा श्रमिक संघ ने मांगों के समर्थन में अल्‍मोड़ा जिले में पानी की आपूर्ति ठप की

अल्मोड़ा, जागरण संवाददाता : जलसंस्थान, संविदा श्रमिक संघ ने अपनी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर मोर्चा खोल लिया है। आंदोलन को तेज धार देने के लिए आउटसोर्सिंग कार्मिकों ने मध्य रात्रि से संपूर्ण जिले की जलापूर्ति बंद कर दी है। वहीं मटेला पंम्प स्टेशन पर पुलिस सुरक्षा में पानी वितरित किया गया।

गुरुवार को भी जल संस्थान, संविदा श्रमिक संघ ने पांच सूत्रीय मांगों को लेकर गांधी पार्क में धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि 25 सालों से वह जल संस्थान विभाग में अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है। आज तक उनकी मांगों पर कोई सकारात्मक कार्रवाई नही हुई। आउटसोर्सिंग कार्मिक 10 से 12 घंटे कार्य कर रहे हैं। लेकिन कार्मिकों को मेहनत का उचित मानदेय नही मिल रहा है।

उनकी प्रमुख मांगें हैं कि नियमितीकरण किया जाए। समान कार्य के लिए समान वेतन, वर्तमान में महंगाई को देखते हुए न्यूनतम मानदेय 25 हजार रुपए किया जाए है। उन्होंने उपनल के माध्यम से नियुक्ति प्रदान किए और साप्ताहिक अवकाश दिए जाने की मांग की है। इससे पूर्व कर्मी रात में मटेला पंप स्टेशन पहुचे। जहां पुलिस ने आंदोलनकारियों को पंप स्टेशन में नही घुसने दिया।

संविदा श्रमिक संघ के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह अधिकारी ने कहा कि अभी भी जलसंस्थान के आउटसोर्सिंग कर्मियों को सात से आठ हजार रुपया मानदेय दिया जा रहा है। इससे आप कार्मिकों के हालात का स्वंय अंदाजा लगा सकते है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों सहित मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा चुका है।

गुरुवार को सभी कार्मिक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे और रात 12 बजे से जलापूर्ति बंद कर दी गयी। इस अवसर पर महेंद्र मेर, भोपाल सिंह, दीपक सिंह फत्र्याल, राजेश सुयाल, चंद्रशेखर पांडे, संतोष सिंह आदि मौजूद थे। वहीं जल संस्थान के अधिसाशी अभियंता केएस खाती ने बताया कि जलापूर्ति जारी है। नियमित कर्मचारियों को काम पर लगाया गया है।

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