Landslide In Nainital : लगातार हो रहे भूस्खलन से नैनीताल के अस्तित्व को खतरा

Landslide In Nainital देश-दुनिया के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में शुमार नैनीताल के अस्तित्व पर खतरा मडरा रहा है। बलियानाला के साथ ही ठंडी सड़क के अलावा टिफिनटॉप तथा चायनापीक की पहाड़ी की दरार बड़े खतरे का संकेत दे रही हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 18 Nov 2021 10:35 AM (IST) Updated:Thu, 18 Nov 2021 10:35 AM (IST)
Landslide In Nainital : लगातार हो रहे भूस्खलन से नैनीताल के अस्तित्व को खतरा
Landslide In Nainital : लगातार हो रहे भूस्खलन से नैनीताल के अस्तित्व को खतरा

किशोर जोशी, नैनीताल : Landslide In Nainital : देश-दुनिया के खूबसूरत पर्यटन स्थलों में शुमार नैनीताल के अस्तित्व पर खतरा मडरा रहा है। बलियानाला के साथ ही ठंडी सड़क के अलावा टिफिनटॉप तथा चायनापीक की पहाड़ी की दरार बड़े खतरे का संकेत दे रही हैं। अवैध निर्माण, नालों पर अतिक्रमण आदि से शहर में अंग्रेजी राज के समय से सौ से अधिक प्राकृतिक जलस्रोत सूख गए हैं।

पहाडिय़ों से घिरे इस खूबसूरत पर्यटन स्थल में साल दर साल खतरा बढ़ रहा है। इस साल बारिश के दौरान आई आपदा में बलियानाला में भूस्खलन हुआ तो दर्जनों परिवारों को शिफ्ट करना पड़ा। ठंडी सड़क में पहाड़ी पर भूस्खलन के कारण डीएसबी कॉलेज के छात्रावास से छात्राओं को अन्यत्र शिफ्ट करना पड़ा। दोनों संवेदनशील पहाडिय़ों के ट्रीटमेंट को लेकर शासन-प्रशासन की देरी लोगों की चिंता बढ़ा रही है।

अवैध निर्माणों पर रोक नहीं

सुप्रीम कोर्ट ने नब्बे के दशक में पर्यावरणविद अजय रावत की जनहित याचिका पर नैनीताल में अतिसंवेदनशील पहाडिय़ों पर तथा शहर में व्यावसायिक निर्माण प्रतिबंधित लगाया था। इसके बाद भी शहर में ना केवल मरम्मत के बहाने बल्कि अन्य बहाने अवैध निर्माण चल रहे हैं। प्रो रावत के अनुसार अवैध निर्माण की वजह से झील के पानी के स्रोत सिमट रहे हैं। शहर में बांज प्रजाति के पेड़ डेढ़-दो सौ साल पुराने हो गए हैं और नए पौधे नहीं रोपे जा रहे हैं। वनस्पतियां गायब हो गई हैं। इससे पर्यावरणीय संकट पैदा हो रहा है। झील की धममियां कही जाने वाली नालों पर अतिक्रमण बढ़ गया है। दर्जनों नालियों का अस्तित्व समाप्त हो गया है।

जीवन रेखा सूखाताल पर खतरा

नैनी झील का कैचमेंट सूखाताल में अतिक्रमण से संकट पैदा हो गया है। यहां नालों की दिशा बदल दी गई है, जिससे नैनी झील में भूमिगत पानी के स्रोत सीमित हो गए हैं। प्रो रावत के अनुसार शहर में संवेदनशील हनुमानगढ़ी में रोपवे की तैयारी की जा रही है, जो खतरनाक है।

नैनीताल का 180वां जन्मोत्सव आज, कटेंगे केक

सरोवर नगरी के 180वें जन्मोत्सव पर गुरुवार को तल्लीताल न्यू बस स्टेशन में अपराह्नï साढ़े तीन बजे से विविध कार्यक्रम होंगे। आयोजक दीपक बिष्ट ने बताया कि इस मौके पर सर्वधर्म प्रार्थना सभा, स्कूली छात्रों की शहर के पर्यावरण संतुलन की आवश्यकता पर विचार तथा वरिष्ठ नागरिकों की गोष्ठी होगी। मुख्य अतिथि मंडलायुक्त सुशील कुमार व कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ आइएफएस डा.कपिल जोशी तथा विशिष्ट अतिथि अपर आयुक्त प्रकाश चंद्र व संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन होंंगे। इस दौरान केक काटे जाएंगे।

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