महंगाई को लेकर पिथौरागढ़ में बिफरे कांग्रेसी, फूंका केंद्र सरकार का पुतला
केंद्र की सरकार कोरोना के 100 करोड़ टीके लगाने के महोत्सव में ही व्यस्त है। डबल इंजन सरकार पर फेल होने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने सत्ता में बने रहने का अपना हक खो दिया है। पार्टी ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़: पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में फिर बढ़ोत्तरी से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन कर केंद्र सरकार का पुतला फूंका। जिलाध्यक्ष त्रिलोक महर की अगुवाई में रोडवेज बस स्टेशन के समीप एकत्र हुए कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि तेल मूल्यों में कमी का वायदा कर सरकार बनाने वाली भाजपा ने पेट्रोल और डीजल मूल्यों के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं।
तेल के बढ़ते मूल्यों का असर महंगाई पर भी पड़ रहा है। आवागमन महंगा होने के साथ ही खाद्यान्न, कपड़ा सब कुछ महंगा हो रहा है। बेरोजगारी चरम पर है। ऐसे में गरीब परिवारों के लिए दो वक्त का भोजन जुटाना भी मुश्किल हो रहा है। केंद्र की सरकार कोरोना के 100 करोड़ टीके लगाने के महोत्सव में ही व्यस्त है। डबल इंजन सरकार पर फेल होने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार ने सत्ता में बने रहने का अपना हक खो दिया है। महंगाई शीघ्र कम नहीं किए जाने पर पार्टी ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। प्रदर्शन करने वालों में उपाध्यक्ष विक्रम लुंठी, कुंडल महर, पूर्व प्रवक्ता भुवन पांडे, कैलाश जोशी, दीपक बेलाल, रजत विश्वकर्मा, विजय कुमार, त्रिलोक बिष्ट, प्रदीप महर, शंकर लाल, दिनेश बिष्ट, संजय कुमार आदि शामिल थे।
12 किमी की पैदल चलने को मजबूर नेपाल सीमा पर बसे गांवों के लोग
पिथौरागढ़: नेपाल सीमा पर बसे गांवों को जोडऩे वाली जमतड़ी- हल्दू सड़क पिछले सात दिनों से बंद पड़ी है। आधा दर्जन गांवों के लोगों को बाजार आने के लिए 12 किमी. की पैदल यात्रा करनी पड़ रही है। मरीजों को डोली के जरिए सड़कों तक लाया जा रहा है।
सात रोज पूर्व हुई भारी बारिश से जमतड़ी- हल्दू सड़क कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हो गई। सड़क में कई स्थानों पर मलबा जमा हो गया है। सड़क बंद होने से जमतड़ी, क्वीगांव, हल्दू, सौरिया, भौरा के गांव अलग-थलग पड़े हुए हैं। सामाजिक कार्यकर्ता गोविंद सिंह ने बताया कि सड़क बंद होने से ग्रामीणों को गांव में बीमार पड़े लोगों को अस्पताल तक पहुंचाने में भारी दिक्कत झेलनी पड़ रही है। खतरनाक पैदल मार्गों से ग्रामीणों को डोली में रखकर सड़क तक पहुंचाया जा रहा है। मार्ग बंद होने की सूचना पहले ही दिन लोक निर्माण विभाग को दे दी गई थी, लेकिन अभी तक सड़क खोलने की दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। ग्रामीणों ने बंद पड़ी सड़क को अविलंब खोलने के लिए प्रशासन से गुहार लगाई है।