पेयजल लाइनों में करोड़ों के वारे न्‍यारे करने के मामले की कमिश्‍नर ने तलब की रिपोर्ट

एबीडी की पेयजल लाइनों में गड़बड़ी और नैनीताल में गंदे पानी की आपूर्ति होने को मंडलायुक्त व सचिव ने सख्ती से लिया है।

By Edited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 06:00 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 07:39 PM (IST)
पेयजल लाइनों में करोड़ों के वारे न्‍यारे करने के मामले की कमिश्‍नर ने तलब की रिपोर्ट
पेयजल लाइनों में करोड़ों के वारे न्‍यारे करने के मामले की कमिश्‍नर ने तलब की रिपोर्ट

नैनीताल, जेएनएन : एबीडी की पेयजल लाइनों में गड़बड़ी और नैनीताल में गंदे पानी की आपूर्ति होने को मंडलायुक्त व सीएम सचिव ने सख्ती से लिया है। दैनिक जागरण की खबर का संज्ञान लेते हुए उन्होंने जल संस्थान के महाप्रबंधक कुमाऊं से मामले की प्रगति रिपोर्ट मांगी है। इसके साथ ही एडीबी से उनके द्वारा नैनीताल में पेयजल प्रोजेक्ट के अंतर्गत क्या-क्या काम किए हैं, उन पर कितना खर्च किया है, इसका प्रजेंटेशन देने को कहा है।
मामले में सख्ती दिखाते हुए कमिश्नर ने कहा कि जनता को शुद्ध पानी मिले इसके लिए करोड़ों का प्रोजेक्ट बनाया गया, इसमें धांधली करने वालों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस योजना में जिस स्तर पर धांधली होगी उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जल संस्थान की स्टेटस रिपोर्ट तथा प्रजेंटेशन के बाद मामले में जवाबदेही तय की जाएगी। सोमवार को खबर प्रकाशित हुई तो जल संस्थान के कर्मचारी राइजिंग मेन की सफाई करने के लिए पहुंचे। इस दौरान वहां पर तमाम खामियां मिली हैं। सबसे बड़ी खामी यह है कि राइजिंग मेन में लीकेज है, इसी कारण लोगों के घरों में गंदा पानी पहुंच रहा है। कर्मचारियों ने राइजिंग मेन और टैंक की सफाई की। यह सफाई समय समय पर होती रहने चाहिए थी, लेकिन जल संस्थान की लापरवाही से एक साल तक इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इधर, सहायक अभियंता दलीप बिष्ट ने कहा कि टैंक की सफाई में कोई समयावधि नहीं होती है। पानी की सफाई के लिए टैंक में लिक्विड डाला जाता है।

शुद्ध पानी सप्लाई करने वाला प्रोजेक्ट ही अशुद्ध
शहरवासियों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के मकसद से बने एडीबी के प्रोजेक्ट खुद ही अशुद्ध निकले। इसमें बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है इसका प्रमाण नलों में आ रहा गंदा पानी और राइजिंग मेन में मिले लीकेज से पता चल रहा है। जागरण की पड़ताल में पता चला कि इसी प्रोजेक्ट के तहत बनी मल्लीताल मुख्य पंप हाउस से बिड़ला-स्नोव्यू क्षेत्र तक की तीन किलोमीटर की आठ इंच के पाइपों की पेयजल लाइन को खतरे की वजह से बंद कर दी गई हैं। जल संस्थान द्वारा पुरानी लाइन से ही इस इलाके में सप्लाई की जा रही है। एडीबी की आठ इंच की पेयजल लाइन के एक पाइप की कीमत आठ हजार रुपये है। इधर मुख्य पंप हाउस से टैंक को जोड़ने वाली राइजिंग मेन पर भी इंजीनियर सवाल उठा चुके हैं। शेरवुड, बिड़ला, स्नोव्यू, जिला परिषद, हॉक्सीडेल, राजभवन समेत छह क्षेत्रों के लिए छह इंच, आठ इंच, दस व 12 इंच की राइजिंग मेन एडीबी द्वारा बनाई गई है। जल संस्थान की जांच पड़ताल में पता चला है कि गंदे पानी की सप्लाई की मुख्य वजह राइजिंग मेन के पाइपों में मिट्टी व जंक लगना है।

बिड़ला क्षेत्र को जोड़ने वाली लाइन बंद
बिड़ला क्षेत्र को जोड़ने वाली आठ इंच की लाइन पिछले छह माह से बंद पड़ी है। यह लाइन मल्लीताल रिक्शा स्टैंड के समीप, भोटिया बैंड के पास फट चुकी है। लगातार लीकेज तथा भोटिया बैंड के पास लाइन फटने से एक आवासीय मकान बहने का खतरा है, इसलिए यह कदम उठाया गया। सोमवार को जल संस्थान के कर्मचारियों द्वारा राइजिंग मेन की सफाई की गई। इसके अलावा मुख्य टैंक की भी सफाई की गई।

शहर में शुद्ध पेयजल की सप्लाई होनी चाहिए। जल संस्थान को भी इसके लिए निर्देश दिए गए हैं। एडीबी की लाइनों में मिली खामियों का परीक्षण किया जाएगा। इसमें जो भी दोषी पाए जाते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की जाएगी।
- विनोद कुमार सुमन, जिलाधिकारी

शाम को हुई सप्लाई
गंदे पानी की आपूर्ति की शिकायतों के बाद राइजिंग मेन व टैंकों की सफाई की वजह से शहर में सोमवार शाम को पानी की आपूर्ति हुई। पेयजल आपूर्ति घंटों ठप रहने की वजह से उपभोक्ता परेशान रहे। शहर में सात हजार से अधिक पेयजल संयोजन हैं। एई ने बताया कि सोमवार को कहीं से गंदा पानी सप्लाई होने की शिकायत नहीं मिली है।

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