Sarvadharma Prarthana Uttrakhand : आइए, योद्धाओं का हौसला बढ़ाएं, दिवंगतों को दें श्रद्धांजलि
Sarvadharma Prarthana Uttrakhand विपदा की इस घड़ी से मुक्ति पाने के लिए दैनिक जागरण 11 जून को सुबह 11 बजे सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन करने जा रहा है। आप और हम मिलकर श्रद्धांजलि देंगे उन लोगों को जो कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : मानवता पर यह बड़ी विपदा है और जीवन पिछले डेढ़ साल से इससे जूझ रहा है। कोरोना ने कई लोगों की जिंदगी खत्म कर दी। संक्रमित अस्पताल में भर्ती हैं और संक्रमण का प्रसार रोकने के लिए फ्रंटलाइन वर्कर्स 'जंगÓ लड़ रहे हैं। विपदा की इस घड़ी से मुक्ति पाने के लिए दैनिक जागरण 11 जून को सुबह 11 बजे सर्वधर्म प्रार्थना का आयोजन करने जा रहा है। आप और हम मिलकर श्रद्धांजलि देंगे उन लोगों को, जो कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए। हम प्रार्थना करेंगे उनके जीवन के लिए जो इस समय अस्पताल में मौत से जंग लड़ रहे हैं और हम प्रार्थना करेंगे उन फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए जिनके हौसले के बूते कोरोना की रफ्तार थमती दिख रही है।
दैनिक जागरण सभी राजनीतिक दलों, सामाजिक, धार्मिक एवं व्यापारिक संगठनों, सरकारी एवं निजी क्षेत्र के कर्मचारियों, अधिवक्ताओं व धर्मगुरुओं अपील करता है कि आप 11 जून को पूर्वाह्न 11 बजे सभी लोग इस सर्वधर्म प्रार्थनासभा का हिस्सा बनें। जो जहां हैं, वहीं से सर्वधर्म प्रार्थना में प्रतिभाग करें। आपसे जो लोग जुड़े हैं, उन्हें भी इस अभियान का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित करें।
हमारी यह छोटी सी पहल कोरोना महामारी में जान गंवाने वाले उन लोगों की आत्मा को शांति पहुंचाएगी, जिनका अंतिम संस्कार उनके अपने भी नहीं कर पाए। उन लोगों को संबल प्रदान करेगी, जो इस समय संक्रमित होने के बाद खुद की जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन लोगों (डाक्टर्स, पुलिस समेत सभी फ्रंटलाइन वर्कर्स) को शक्ति देगी, जो दिन-रात संक्रमण से बचकर कोरोना नाम के अदृश्य वायरस का फैलाव रोकने के लिए जुटे हैं। दैनिक जागरण की अपील है कि आप अपने टिवट्र, फेसबुक और वाट्सएप से भी लोगों को सर्वधर्म प्रार्थना में शामिल होने के लिए प्रेरित करें। ताकि इस भावनात्मक और पवित्र आयोजन के जरिये हम मिलकर कोरोना का खात्मा कर सकें।
उत्तराखंड में 6664 लोग गंवा चुके जान
कोरोना की वजह से जहां देश भर में तीन लाख से अधिक लोग असमय जिंदगी गंवा बैठे, वहीं उत्तराखंड में 6664 लोगों की मौत हुई। यह ऐसा मनहूस समय है, जब अपने ही अपनों को अंतिम विदाई तक नहीं दे पा रहे। अंतिम संस्कार में शामिल तक नहीं हो पा रहे। राज्य में ही 17305 लोग अलग-अलग अस्पतालों में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं। संक्रमण फैलने और कोविड नियमों के पालन की मजबूरी है और जरूरी भी। ऐसे में हम अपनों की कुशलक्षेम पूछने तक नहीं जा पा रहे हैं। उनके लिए हमारी शुभकामनाएं हैं। हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।
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