नजूल नीति का श्रेय लेने की होड़ में लगे विधायकों को सीएम पुष्‍कर धामी ने किया स्‍तब्‍ध

सीएम पुष्‍कर सिंह धामी ने पूर्व दर्जा मंत्री स्व. सुभाष चतुर्वेदी को नजूल नीति का श्रेय दिया तो मंच पर बैठे इसका श्रेय लेने वालों पार्टी के विधायकों और नेताओं की बोलती बंद हो गई। लोगों के चेहरे पर मायूसी छा गई।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 03 Oct 2021 11:02 AM (IST) Updated:Sun, 03 Oct 2021 11:02 AM (IST)
नजूल नीति का श्रेय लेने की होड़ में लगे विधायकों को सीएम पुष्‍कर धामी ने किया स्‍तब्‍ध
नजूल नीति का श्रेय लेने की होड़ में लगे विधायकों को सीएम पुष्‍कर धामी ने किया स्‍तब्‍ध

अरविंद कुमार सिंह, रुद्रपुर : सीएम ने पूर्व दर्जा मंत्री स्व. सुभाष चतुर्वेदी को नजूल नीति का श्रेय दिया तो मंच पर बैठे इसका श्रेय लेने वालों की बोलती बंद हो गई। लोगों के चेहरे पर मायूसी छा गई। सीएम ने भाषण के जरिये संदेश दे दिया कि नजूल पर बसे लोगों की समस्या हल करने के लिए सुभाष बहुत पहले करते थे। हालांकि वह अब हम लोगों के बीच नहीं रहे। उनकी आत्मा याद करेगी। नजूल भूमि पर मालिकाना हक दिलाने के लिए सुभाष चतुर्वेदी संघर्ष करते थे। अब वह नहीं हैं उनको मैं श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।

रुद्रपुर पालिका के पहले चेयरमैन थे सुभाषा

सुभाष चतुर्वेदी रुद्रपुर नगर पालिका के पहले चेयरमैन थे और वह दो बार चेयरमैन चुने गए थे। उनकी ईमानदारी, विकासपरक सोच व स्पष्टवादिता की वजह से जब प्रदेश में खंडूरी की सरकार थी तो सुभाष को दर्जा राज्य मंत्री का दायित्व सौंपा गया था। कुछ दिन पहले जब कैबिनेट में नजूल नीति पर मुहर लगी तो रुद्रपुर के विधायक राजकुमार ठुकराल, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा सहित कई लोगों में नीति को लेकर होड़ लग गई। होड़ लेने वालों को जगह-जगह सम्मानित किया जाने लगा।

श्रेय लेने वाले नेता और समर्थक चौंके

सीएम ने रुद्रपुर के गांधी पार्क में आयोजित राष्ट्रीय ध्वज लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मंच से कहा कि नजूल भूमि पर बसे लोगों को मालिकाना हक दिलाने के लिए केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन मंत्री अजय भट्ट, विधायक राजकुमार ठुकराल, किच्छा विधायक राजेश शुक्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष शिव अरोरा समय समय पर मुद्दा उठाते रहे हैं। कहा कि सुभाष चतुर्वेदी अब हम लोगों के बीच में नहीं है, मगर वह इसे लेकर काफी गंभीर थे और नजूल की समस्या का समाधान कराने का प्रयास करते थे। यह सुन मंच पर नजूल का मुद्दा हल कराने का श्रेय लेने वाले एक दूसरे की ओर झांकने लगे। साथ ही मंच के सामने बैठे श्रेय लेने वालों के समर्थकों के भी माथे पर बल दिखने लगा था।

श्रेय लेने के लिए आपस न भिड़े कार्यकर्ता

राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि सीएम ने यह तस्वीर साफ कर दी कि नजूल नीति का श्रेय लेने वाले आपस में न भिड़ें। व्यक्तिगत तौर की बजाय सरकार का श्रेय बताएं कि नजूल भूमि पर बसे लोगों को मालिकाना हक देने का काम सरकार कर रही है। संगठन कार्यकर्ता से पहले है। चर्चा थी कि नजूल नीति को लेकर सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि कई लोगों के प्रयास हैं। ऐसे में व्यक्ति तौर श्रेय लेते हैं तो उनकी भूल होगी। केंद्रीय रक्षा एवं राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी कहा कि वह भी कई बार नजूल भूमि पर बसे लोगों को हल कराने का मुद्दा उठाते रहे हैं। यानी किसी एक का श्रेय नहीं है। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधानों के मानदेय को 1500 से बढ़ाकर 3500 किया जाएगा। इस पर सरकार जल्द फैसला लेगी। महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वावलम्बी बनाने के लिए लगातार राष्ट्रीय आजीविका मिशन के अन्तर्गत समूह की महिलाओं के उत्थान के लिए 119 करोड़ का पैकेज राज्य सरकार द्वारा दिया गया है।

तिरंगे के जरिये सीएम ने गिनाए विकास कार्य

सत्ता में दोबारा लौटने को लेकर आत्मविश्वास से भरे सीएम धामी ने कहा कि उनके पास कम समय है। इसलिए कितने विकास कार्य कराए जाएं कि राज्य देश में आगे बढ़ सकें। उन्होंने अपने तीन माह के कार्यकाल हुए उपलब्धियां गिनाईं।

गांधी पार्क हुआ तिरंगामय

गांधी पार्क में आयोजित कार्यक्रम में पार्क तिरंगे झंडे व तिरंगा गुब्बारे से सजाया गया था। इससे पार्क तिरंगामय हो गया था। पार्क में करीब चार से पांच हजार लोगों की भीड़ थी और हर किसी के चेहरे पर आन-बान-शान के प्रतीक तिरंगे को लेकर गर्व दिख रहा था। पुलिस व्यवस्था लचर थी।

तीन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मानित किया

सीएम ने वंदेमातरम ग्रुप के संयोजक संजय आर्या को सम्मानित किया। उन्होंने महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी व पं. दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित कर नमन किया। उन्होंने स्वतन्त्रता संग्राम सेनानी दर्शन लाल, दलवीर व सेवा ङ्क्षसह को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। इस मौके पर डीआइजी निलेश आनंद भरणे, जिलाधिकारी रंजना राजगुरु, अपर जिलाधिकारी डा. ललित नारायण मिश्र, भारत भूषण चुघ आदि मौजूद थे।

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