सीएम ने डीएम से जाना आपदा का हाल, पीड़ित महिला तहसीलदार के गले लगकर रोई

आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण करने स्वयं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कमान संभाली। इसी के चलते वह बुधवार को करीब 2.20 बजे चम्पावत सर्किट हाउस पहुंचे। उनके साथ रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट व उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत भी थे।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 10:14 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 10:14 PM (IST)
सीएम ने डीएम से जाना आपदा का हाल, पीड़ित महिला तहसीलदार के गले लगकर रोई
आपदा प्रभावितों के मुआवजे को लेकर अफसर अलर्ट मोड में आ गए हैं।

जागरण संवाददाता, चम्पावत : आपदा प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी का दौरा महज 16 मिनट में निपट गया। उन्होंने सर्किट हाउस में बैठे-बैठे डीएम से आपदा का हाल जाना और तहसीलदार से आपदा प्रभावितों को यहीं पर मिलने को बुलाया लेकिन सीएम बगैर उनसे मिले ही चले गए। बाद में आपदा प्रभावित महिला तहसीलदार के गले लगकर फूट फूटकर रोने लगी। हालांकि बाद में डीएम विनीत तोमर ने आपदा प्रभावित परिवार को सहायता राशि सौंपी।

विगत तीन दिनों हुई मूसलाधार बारिश ने जनपद ही नहीं पूरे उत्तराखंड में जमकर तबाही मचाई। आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का निरीक्षण करने स्वयं सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कमान संभाली। इसी के चलते वह बुधवार को करीब 2.20 बजे चम्पावत सर्किट हाउस पहुंचे। उनके साथ रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट व उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत भी थे। उन्होंने आपदा प्रभावित क्षेत्र में जाने का समय न होने की बात कहते हुए आपदा प्रभावित लोगों को यहीं पर मिलने को बुलाने के लिए कहा। एक महिला वहां पर तहसीलदार ज्योति नपच्याल के गले लगकर फूट फूटकर रोने लगी। तहसीलदार ने उन्हें सांत्वना दी और डीएम तोमर ने परिवार को करीब नौ लाख रुपये की आर्थिक सहायता के चेक दिए। सीएम दौरे पर उनके साथ सामाजिक कार्यकर्ता नरेंद्र लडवाल भी मौजूद रहे। इस मौके पर एसपी देवेंद्र पिंचा, भाजपा नगर अध्यक्ष कैलाश अधिकारी, प्रकाश तिवारी, शंकर पांडेय आदि मौजूद रहे। 

आपदा प्रभावितों के नुकसान का जल्द हो आंकलन

टनकपुर : आपदा प्रभावितों के मुआवजे को लेकर अफसर अलर्ट मोड में आ गए हैं। बुधवार को आपदा प्रबंधन की ओर से जीवन नगन्याल और चम्पावत के पूर्व एडीएम टीएस मर्तोलिया की अध्यक्षता में टनकपुर तहसील में आपदा प्रभावितों को लेकर बैठक की गई। उन्होंने अधिकारियों से टीमें गठित और रोस्टर बनाकर गांव के हालातों की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं।

एसडीएम हिमांशु कफल्टिया और सीडीओ आरएस रावत ने बैठक के दौरान अधिकारियों को सख्त रूप दिखाते हुए कहा कि आपदा के दौरान किसी भी प्रकार की हीला हवाली बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहा कि चार दिन के भीतर अधिकारी पहाड़ी क्षेत्रों समेत तराई का रिकॉर्ड सौंपें ताकि मुआवजे को लेकर कार्यवाही आगे की जा सके। यहां प्रभारी तहसीलदार पिंकी आर्य, सिंचाई विभाग के एसडीओ डीसी कांडपाल, जल संस्थान एसडीओ बहादुर सिंह, एआरटीओ रश्मि भट्ट, राजस्व कर्मी समेत नगर पालिका टनकपुर और नगर पंचायत बनबसा के कर्मचारी उपस्थित रहे।

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