कोरोना कर्फ्यू से शहर के ऑटो वाले बेरोजगार, यूनियन ने लगाई टैक्स व इंश्योरेंस माफी की गुहार

आटो चालक फिर बेरोजगार हो गए हैं। शुरुआती दिनों में 12 बजे तक बाजार खुलने से चालकों को जीवन यापन के लिए कुछ कमाई हो रही थी लेकिन कफ्र्यू में सख्त होने से अब ये आमदनी भी बंद हो गयी है। ऐसे में रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो चुका है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 04:34 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 09:50 AM (IST)
कोरोना कर्फ्यू से शहर के ऑटो वाले बेरोजगार, यूनियन ने लगाई टैक्स व इंश्योरेंस माफी की गुहार
सरकार को आटो चालकों को आर्थिक मदद देने चाहिए।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कोरोना कफ्र्यू की वजह से आटो चालक फिर बेरोजगार हो गए हैं। शुरुआती दिनों में 12 बजे तक बाजार खुलने से चालकों को जीवन यापन के लिए कुछ कमाई हो रही थी, लेकिन कफ्र्यू में सख्त होने से अब ये आमदनी भी बंद हो गयी है। ऐसे में चालक व संचालकों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो चुका है। दूसरी ओर टैक्स व इंश्योरेंस की मार भी पडऩे से उनको दोहरा नुकसान हो रहा है।

पिछले साल कोरोना काल की शुरुआत में पूर्ण लॉकडाउन लगने से आटो चालकों की आर्थिक स्थिति काफी बिगड़ गयी थी। अनलाक के बाद भी लंबे समय तक सवारियों के नहीं निकलने और यात्री बैठाने की संख्या निर्धारित रहने से आटो संचालन प्रभावित रहा। इस साल भी अप्रेल से कोरोना संक्रमण बढऩे पर सख्ती शुरू हो गयी। कुछ दिन पहले तक कोरोना कफ्र्यू में 12 बजे तक की छूट मिलने से आटो चालक गुजर-बसर के लायक आमदनी कर ले रहे थे। वहीं अब सुबह के समय केवल आवश्यकीय सेवाओं को खुलने की अनुमति प्रशासन ने दी है। ऐसे में आटो संचालन बंद हो गया है। सुबह के समय अगर कुछ आटो चालक रोजी-रोटी की आस में निकल भी रहे हैं तो उन्हें चालान का भय सता रहा है।

क्या कहते हैं यूनियन पदाधिकारी

आटो चालक व संचालक एक साल से अधिक समय से बुरे दौर से गुजर रहे हैं। सरकार को आटो चालकों को आर्थिक मदद देने चाहिए। इसके साथ ही कोरोना काल तक का पूर्ण टैक्स, फिटनेस व इंश्योरेंस माफ किया जाना चाहिए।

- केदार पलडिय़ा, केंद्रीय अध्यक्ष, आटो यूनियन हल्द्वानी

आटो से उसके मालिक व चालक का परिवार चलता है। कोरोना काल में दोनों के सामने ही आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। सरकार ने अब तक आटो चालकों को आर्थिक मदद नहीं दी है। ऐसे में आर्थिक स्थिति काफी बिगड़ गयी है।

- विजय सुयाल, उपाध्यक्ष, मंगलपड़ाव आटो यूनियन

कोरोना कफ्र्यू में 12 बजे तक की ढील के समय आटो चालक अपने परिवार का पेट भरने के लायक कमा पा रहे थे। अधिकांश मालिकों ने किराया लेना बंद कर दिया था। लेकिन प्रशासन की सख्ती से चालक भी बेरोजगार हो गए हैं।

- दीप चंद्र जोशी, कोषाध्यक्ष, मंगलपड़ाव आटो यूनियन

कोरोना कफ्र्यू की वजह से रामपुर रोड में आटो का संचालन पूरी तरह ठप हो गया है। इससे आटो संचालक व चालकों की आमदनी भी बंद हो गयी है। इसके साथ ही टैक्स, फिटनेस व इंश्योरेंस की मार पडऩे से संचालक परेशान हैं।

- पंकज नेगी, मुंशी, रामपुर रोड आटो स्टैंड

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