हिमपात से लकदक हुआ चिल्ठा माई कर्मी मंदिर, बारिश से तरबतर हुआ बागेश्वर और गरुड़

चिल्ठा माई कर्मी तक हिमपात हुआ है। इसके अलावा निचले इलाकों में ओलावृष्टि होने से ठंड बढ़ गई है। शुक्रवार को लोगों ने घरों में रहकर अलाव जलाए और ठिठुरन भरी ठंड का मुकाबला किया। अलबत्ता बारिश से रबी की फसल बर्बाद होने की आशंका तेज हो गई है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 07:39 PM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 07:39 PM (IST)
हिमपात से लकदक हुआ चिल्ठा माई कर्मी मंदिर, बारिश से तरबतर हुआ बागेश्वर और गरुड़
बीती गुरुवार की रात से अनवरत बारिश हो रही है। जिससे लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।

जागरण संवाददाता,बागेश्वर : अप्रैल में नवंबर जैसे ठंड लौट आई है। बर्फबारी से कपकोट क्षेत्र के हिमालय से सटे गांवों की चोटियां लकदख हो गई हैं। चिल्ठा माई कर्मी तक हिमपात हुआ है। इसके अलावा निचले इलाकों में ओलावृष्टि होने से ठंड बढ़ गई है। शुक्रवार को लोगों ने घरों में रहकर अलाव जलाए और ठिठुरन भरी ठंड का मुकाबला किया। अलबत्ता बारिश से रबी की फसल को काफी बर्बाद होने की आशंका तेज हो गई है।

जिले में जाड़ों में इस बार औसतन बारिश कम हुई। लेकिन अप्रैल माह में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। कपकोट के निचले इलाकों में ओलावृष्टि होने से किसानों की गेहूं, जौ, मसूर आदि की फसलें बर्बाद होने लगी हैं। वहीं जिले के गरुड़, बागेश्वर, कांडा, काफलीगैर में बीती गुरुवार की रात से अनवरत बारिश हो रही है। जिससे लोगों की दिक्कतें बढ़ गई हैं।

स्थानीय लोगों के अनुसार अप्रैल माह में नवंबर माह जैसी ठंड पड़ रही है। पोथिंग गांव निवासी हिमांशु ने बताया कि ओलावृष्टि के कारण फसल पूरी तरह चौपट हो गई है। गरम कपड़े फिर से निकालने पड़े हैं। ब्लॉक प्रमुख कपकोट गोविंद दानू ने कहा कि चिल्ठा माई मंदिर कर्मी में जमकर बर्फबारी हो रही है। जिससे उच्च हिमालय से सटे गांव खाती, बाछम, समडर, जांतोली, खरकिया, बदियाकोट, कुंवारी आदि स्थानों पर कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

गरुड़ बाजार में सड़क चलने लायक भी नहीं

बाजार की मुख्य सड़क वर्षों से खस्ताहाल है। सड़क में बने गड्ढों जानलेवा बने हुए हैं। लंबे समय से बारिश न होने से पहले व्यापारी व लोग धूल से काफी परेशान रहे। अब दो दिन से बारिश होने से सड़क में बने गड्ढों में पानी भर गया है। जिससे मुसीबत और भी बढ़ गई है। सड़क पर चलना दूभर हो गया है। गड्ढों में पानी भरने से राहगीरों, ग्राहकों व यात्रियों को तो परेशानी हो ही रही है, व्यापारियों की भी दिक्कत कम नहीं है। गाड़ियों के टायरों से उठ रहे छीटों से व्यापारियों का सामान खराब हो रहा है। गड्ढों में रपटकर अब तक कई दोपहिया वाहन घायल हो चुके हैं।

व्यापारियों का कहना है कि दो साल पूर्व गरुड़ से बैजनाथ की सड़क के चौड़ीकरण व डामरीकरण के लिए 17 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए। बकायदा विधायक चंदन राम दास ने इसका शुभारंभ भी किया। व्यापारी मुकेश तिवारी, प्रदीप भाकुनी, गणेश पांडे, जोंटी पांडे, दीवान नेगी, भुवन जोशी, प्रयाग जोशी, नन्दन खाती, मनोज पांडे आदि ने शीघ्र सड़क के गड्ढों को भरने व डामरीकरण करने की मांग की है।चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो वे सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे।

जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को बारिश, ओलावृष्टि, बर्फबरी की आशंका जताई गई है। 24 को भी बारिश की आशंका जताई गई है। 25 अप्रैल से मौसम शुष्क रहने की उम्मीद है। बारिश और बर्फबारी आदि से अभी तक किसी भी प्रकार घटना की पुष्टि नहीं है।

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