स्‍कूलों में बागवानी कर बच्‍चे सीखेंगे पर्यावरण संरक्षण और जागरूक होंगे पोषण के प्रति

छात्र-छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण व पोषण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से स्कूलों में पोषण वाटिका विकसित की जा रही है। स्कूल परिसर में वाटिका तैयार करने पौधे-सब्जियां आदि लगाने में खुद को व्यस्त करने से विद्यार्थी पोषण अभियान के सहभागी बनेंगे।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 09 Sep 2021 07:49 AM (IST) Updated:Thu, 09 Sep 2021 07:49 AM (IST)
स्‍कूलों में बागवानी कर बच्‍चे सीखेंगे पर्यावरण संरक्षण और जागरूक होंगे पोषण के प्रति
स्‍कूलों में बागवानी कर बच्‍चे सीखेंगे पर्यावरण संरक्षण और जागरूक होंगे पोषण के प्रति

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : छात्र-छात्राओं को पर्यावरण संरक्षण व पोषण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से स्कूलों में पोषण वाटिका विकसित की जा रही है। स्कूल परिसर में वाटिका तैयार करने, पौधे-सब्जियां आदि लगाने में खुद को व्यस्त करने से विद्यार्थी पोषण अभियान के सहभागी बनेंगे। पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने आशय का पत्र जारी किया है।

महिला एवं बाल विकास मंत्रालय सितंबर को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाता है। इस गतिविधि से स्कूली बच्चों को भी जोड़ा जा रहा। स्कूलों में पढ़ाई के वादनों के बाद कुछ अतिरिक्त समय निकालकर छात्र-छात्राओं को पोषण वाटिका, उद्यान विकसित करने के लिए प्रेरित किया जा रहा। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 15 सितंबर तक यह गतिविधि की जानी है। समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक बंशीधर तिवारी ने इस संबंध में स्कूलों को निर्देश जारी किए हैं। स्कूलों ने इस तरह की गतिविधि शुरू कर दी है। कोविड के चलते फिलहाल छठीं से 12वीं की कक्षाएं ही संचालित हो रही हैं।

पोर्टल पर दर्ज करानी होगी आख्या

स्कूलों की ओर से पोषण गार्डन विकसित करने की आख्या पर अपलोड करनी होगी। इसमें गार्डन स्थापित स्कूलों की संख्या, छात्र-छात्राओं व अध्यापकों की संख्या, ऑनलाइन माध्यम से जागरूक हुए बच्चों की संख्या का ब्योरा देना होगा।

बच्‍चे ले रहे हैं पोषण वाटिका में रुचि

व्यायाम शिक्षक हरीश उपाध्याय ने बताया कि कोविड के चलते स्कूलों में खेल कूद बंद हैं। पोषण वाटिका गतिविधि से जुडऩा बच्चों को शारीरिक व मानसिक मजबूती प्रदान करेगा। बच्चे इसमें काफी रुचि ले रहे। राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय देवलचौड़ के प्रधानाध्यापक केसी लोहनी ने बतया कि शारीरिक दूरी का पालन कराते हुए पोषण वाटिका से जोड़ा जा रहा है। विद्यार्थी उत्साहित हैं। स्कूल परिसर में फलदार, छायादार व औषधीय प्रजाति के पौधे लगाए हैं।

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