जनजातीय उप्पादों के शौकीन हैं तो बनाएं वीडियो और जीतें शॉपिंग वाउचर
जनजातीय मामलों के मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जनजातीय शिल्प संस्कृति और जीवन शैली को बढ़ावा देने के उद्देश्य व आदिवासियों के सामाजिक-आर्थिक विकास के प्रयासों के लिए बी द ब्रांड एंबेसडर ऑफ ट्राइब्स इंडिया प्रतियोगिता शुरू की है।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : यदि आप किसी तरह जनजातिय उत्पादों (गहने, सजावटी सामान, मिट्टी के बर्तन, परिधान, पेंटिंग आदि) के शौकीन हैं तो बस एक वीडियो आपको ट्राइबल इंडिया शोरूम और ऑनलाइन शॉपिंग के वाउचर दिला सकता है। जनजातीय मामलों के मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जनजातीय शिल्प, संस्कृति और जीवन शैली को बढ़ावा देने के उद्देश्य व आदिवासियों के सामाजिक-आर्थिक विकास के प्रयासों के लिए 'बी द ब्रांड एंबेसडर ऑफ ट्राइब्स इंडिया' प्रतियोगिता शुरू की है। इसमें कोई भी व्यक्ति भाग ले सकता है। अपनी वीडियो शेयर करने की अंतिम तिथि 14 मई तक निर्धारित की गई है।
प्रतिभागी को आदिवासी उत्पाद के उपयोग के साथ-साथ आदिवासी उत्पाद और जगह / दुकान के विवरण के साथ उस उत्पाद को प्रयोग के अपने अनुभव को बताती हुई वीडियो बनानी होगी। जो कि न्यूनतम 30 सेकंड या अधिकतम 5 मिनट तक की होनी चाहिए। जनजातीय उत्पादों में जेंट्स या महिलाओं के परिधान, गहने, सामान, पेंटिंग, धातु शिल्प, टेराकोटा, मिट्टी के बर्तन, सजावटी सामान, खाद्य और जैविक सामग्री, बेंत या बांस की वस्तुएं, स्टेशनरी, फर्नीचर, घर का सामान, भोजन आदि शामिल हो सकते हैं। प्रतिभागी को MyGov portal पर अपने यूट्यूब वीडियो का लिंक साझा करना होगा। चयनित प्रविष्टियों को उपहार के तौर पर वाउचर से सम्मानित किया जाएगा। जिसका उपयोग वे जनजातीय इंडिया शोरूम या ई-कॉमर्स वेबसाइट Tribesindia.com पर मान्य होंगे।
सरकारी कर्मचारी भी बन सकते हैं हिस्सा
इस प्रतियोगिता में अन्य लोगों के साथ-साथ सरकारी कर्मचारी भी हिस्सा ले सकेंगे। इसके लिए उन्हें अपने अधिकारी से अनुमति लेनी अनिवार्य होगी। प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए कोई शुल्क नहीं देना होगा। एक प्रतिभागी एक ही प्रविष्टी भेज सकता है।
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