चम्पावत का दूध बिकेगा देहरादून, प्रति माह एक लाख लीटर दूध भेजने का हुआ करार nanital news

चम्पावत दुग्ध संघ से जुड़े पशुपालकों के लिए राहत भरी खबर है। खटीमा व लालकुआं दुग्ध संघ की चल रही मनमानी से उन्हें आजादी तो मिलेगी ही साथ ही दूध का उचित मूल्य मिलेगा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 06:03 PM (IST) Updated:Thu, 14 Nov 2019 12:27 PM (IST)
चम्पावत का दूध बिकेगा देहरादून, प्रति माह एक लाख लीटर दूध भेजने का हुआ करार nanital news
चम्पावत का दूध बिकेगा देहरादून, प्रति माह एक लाख लीटर दूध भेजने का हुआ करार nanital news

चम्पावत, विनय कुमार शर्मा : चम्पावत दुग्ध संघ से जुड़े पशुपालकों के लिए राहत भरी खबर है। खटीमा व लालकुआं दुग्ध संघ की चल रही मनमानी से उन्हें आजादी तो मिलेगी ही, साथ ही दूध का उचित मूल्य भी मिल सकेगा। दुग्ध संघ के देहरादून दुग्ध संघ से प्रति माह एक लाख लीटर दूध भेजने के अनुबंध से यह मुमकिन हुआ है। वहीं, व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए दुग्ध संघ टनकपुर में भी चिलिंग प्लांट लगाने की तैयारी कर रहा है। चम्पावत दुग्ध संघ 96 समितियों से प्रतिदिन 13.5 हजार लीटर दूध जमा करता है। इसमें से करीब तीन हजार लीटर चम्पावत, टनकपुर व लोहाघाट में बिक्री किया जाता है। शेष को फिलहाल खटीमा, लालकुआं व अल्मोड़ा दुग्ध संघ को बेचता था। इसमें दुग्ध संघ का करीब 5.50 रुपये प्रति लीटर खर्च आता था। इसमें दूध भेजने की जिम्मेदारी भी दुग्ध संघ की ही होती थी। दूध खराब होने पर जिम्मेदारी भी दुग्ध संघ की ही होती थी। नुकसान होने का असर किसानों को पड़ता था। 

टनकपुर में ढूंढ़ी जा रही जगह 

दुग्ध संघ टनकपुर में चिलिंग प्लांट लगाने की तैयारी में है। इससे जहां समितियों से अधिक दूध उठेगा, वहीं स्थानीय लोगों को भी लाभ मिलेगा। कारण यह कि अभी तक चम्पावत दुग्ध संघ टनकपुर समितियों से दूध एकत्र कर खटीमा भेजता था। खटीमा दुग्ध संघ पैकेजिंग कर दूध टनकपुर बनबसा क्षेत्र में भेजता था। इससे चम्पावत दुग्ध संघ को नुकसान होता था। चिलिंग प्लांट लगने के बाद दुग्ध संघ टनकपुर से दूध एकत्र कर उसे चम्पावत भेजेगा। वहां से पैकेजिंग कर टनकपुर, बनबसा में बिक्री करेगा। बचे दूध को टैंकर से आगे को भेजा जाएगा। अभी वहां एटीएम के माध्यम से दूध भेजा रहा है। चिलिंग प्लांट लगने से श्यामलाताल व पूर्णागिरि क्षेत्र के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा।

प्रति लीटर एक रुपया अधिक मिलेगा दाम

देहरादून दुग्ध संघ दूध को सीधे चम्पावत से उठाएगा और एक रुपये प्रति लीटर अधिक भुगतान भी करेगा। देहरादून दुग्ध संघ को चम्पावत में ही दूध चेक करा दिया जाएगा। रास्ते में यह खराब होता है तो इसकी जिम्मेदारी देहरादून दुग्ध संघ की ही होगी। इस प्रक्रिया से दुग्ध संघ को एक साल में करीब 35-40 लाख का मुनाफा होगा। अनुबंध के तहत दुग्ध संघ देहरादून को मार्च से जून तक 80 हजार, जुलाई से अक्टूबर तक 1.25 लाख तथा नवंबर से फरवरी तक एक लाख लीटर दूध भेजा जाएगा।

काश्तकारों को मिलेगा लाभ

इस अनुबंध का लाभ समितियों से जुड़े हजारों काश्तकारों को मिलेगा। खटीमा, लालकुआं व अल्मोड़ा दुग्ध संघ अक्सर सर्दियों में दूध लेने में आनाकानी करते थे। इस कारण वह किसानों को दूध का रेट नहीं बढ़ा पाते थे। इस अनुबंध के तहत प्रति माह होने वाले मुनाफे का लाभ किसानों को भी मिलेगा। जल्द ही किसानों से 25 रुपये प्रति लीटर खरीदने के दर को बढ़ाया जाएगा।

दो माह के ट्रायल बाद किया अनुबंध

चम्पावत दुग्ध संघ प्रबंधक राजेश मेहता ने बताया कि देहरादून दुग्ध संघ को दूध भेजने के लिए पहले सितंबर व अक्टूबर में ट्रायल किया गया। दोनों माह एक-एक लाख लीटर दूध भेजने के बाद अनुबंध किया गया। एक नवंबर से नए अनुबंध के तहत दूध भेजना शुरू कर दिया गया है। खटीमा, लालकुआं व अल्मोड़ा में दूध 30.50 रुपये प्रति लीटर जाता था, जबकि देहरादून से 31.50 मिलेंगे।

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