आपदा के बाद मच्छर जनित रोगों से निपटने की चुनौती, नगर निगम प्रशासन ने बनाई रणनीति
अतिवृष्टि से हुई जनहानि के बाद अब जलजनित बीमारियों के फैलने का खतरा है। जबरदस्त बारिश के बाद जलभराव होने से डेंगू व मलेरिया मच्छर पनपने के लिए स्थिति अनुकूल हो गई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम प्रशासन के लिए चुनौती बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : अतिवृष्टि से हुई जनहानि के बाद अब जलजनित बीमारियों के फैलने का खतरा है। जबरदस्त बारिश के बाद जलभराव होने से डेंगू व मलेरिया मच्छर पनपने के लिए स्थिति अनुकूल हो गई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम प्रशासन के लिए चुनौती बढ़ गई है।
रिकार्ड बारिश की वजह से शहर के कई निचले इलाकों में जलभराव हुआ है। निकासी नहीं होने से कई जगह पानी जमा रहने की संभावना रहती है। शहर में कई सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं। जिसमें पानी रुका रहता है। डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। वहीं, मलेरिया का मच्छर गंदे पानी में प्रजनन करता है। ऐसे में किसी तरह की अनदेखी या लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है। पार्षदों ने जलजमाव वाले इलाकों में सघन फागिंग अभियान चलाने व एंटी लार्वा कीटनाशक छिड़काव की मांग की है।
वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मनोज कांडपाल ने बताया कि बरसात के बाद मच्छरों के पनपने के लिए स्थितियां अनुकूल हो जाती हैं। शहरवासियों को इसके लिए जागरूक किया जा रहा है। डेंगू का लार्वा न पनपे इसके लिए लार्वी साइडल छिड़काव व सघन फागिंग अभियान शुरू कर दिया है।
दो टैंकरों से एंटी लार्वा का छिड़काव
बरसात में डेंगू मच्छरों के पनपने की संभावना को देखते हुए नगर निगम ने गुरुवार से एंटी लार्वा छिड़काव अभियान तेज कर दिया है। इसके लिए दो टैंकर लगाए गए हैं। वाहन अधिक खतरे वाले इलाकों में जा रहे हैं। चार टीमों को फागिंग अभियान में लगाया गया है।
जिले में 11 डेंगू, तीन मलेरिया मरीज मिले
जून में बरसात शुरू होने के साथ मच्छर जनित रोगों का खतरा शुरू हो जाता है। नैनीताल जिले में इस बार डेंगू के 11 व मलेरिया के तीन मरीज मिले हैं। मलेरिया रोकथाम अधिकारी एएस राणा ने बताया कि सभी मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। फिलहाल पिछले एक सप्ताह में कोई नया मामला सामने नहीं आया है।