सीसीटीवी से होगी गौलापार ट्रंचिंग ग्राउंड की निगरानी, आसपास विकसित होगी हरियाली

कूड़े में आग लगाने वालों की निगरानी के लिए नगर निगम ट्रंचिंग ग्राउंड में सीसीटीवी लगाएगा। परिसर में एलइडी लाइट लगाई जाएगी। इससे ट्रंचिंग ग्राउंड में आने वाले अराजक तत्वों पर नजर रखने में आसानी होगी। पकड़े जाने पर होगी बड़ी कार्रवाई

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Thu, 29 Oct 2020 07:53 AM (IST) Updated:Thu, 29 Oct 2020 07:53 AM (IST)
सीसीटीवी से होगी गौलापार ट्रंचिंग ग्राउंड की निगरानी, आसपास विकसित होगी हरियाली
सीसीटीवी से होगी ट्रंचिंग ग्राउंड की निगरानी, आसपास विकसित होगी हरियाली

हल्द्वानी, गणेश पांडे : कूड़े में आग लगाने वालों की निगरानी के लिए नगर निगम ट्रंचिंग ग्राउंड में सीसीटीवी लगाएगा। परिसर में एलइडी लाइट लगाई जाएगी। इससे ट्रंचिंग ग्राउंड में आने वाले अराजक तत्वों पर नजर रखने में आसानी होगी।

गौलापार स्थित ट्रंचिंग ग्राउंड में फैले कचरे में आग लगने का मामला समय-समय पर तूल पकड़ते रहा है। रात में अंधेरा होने का फायदा उठाकर कई बार अराजक तत्व कूड़े में आग लगा देते हैं। ट्रंचिंग ग्राउंड का सिविल वर्क पूरा होने वाला है। नगर निगम प्रशासन ने ठेकेदार को अधूरी पड़ी 40 मीटर बाउंड्री वाल को तत्काल पूरा कराने के निर्देश दिए हैं। नगर निगम ने ट्रांसफार्मर लगाने के लिए विद्युत विभाग को 65 हजार रुपये की धनराशि हस्तांतरित कर दी है।

एक सप्ताह के भीतर ट्रांसफार्मर लगने के बाद एलइडी लगाने के लिए वायरिंग और सीसीटीवी लगाने की प्रक्रिया शुरू होगी। पूरे ट्रंचिंग ग्राउंड परिसर में 12 सीसीटीवी लगाने जाने हैं। नगर आयुक्त सीएस मर्तोलिया ने बताया कि ट्रंचिंग ग्राउंड का सिविल वर्क जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। अराजक तत्वों की निगरानी के लिए सीसीटीवी, एलइडी लगाए जाएंगे। जल्द काम शुरू हो जाएगा।

आठ लाख की लागत में लगेगा काम्पेक्टर

ट्रंचिंग ग्राउंड में जिलेभर से रोजाना 200 टन से अधिक कूड़ा पहुंचता है। इसमें 15 प्रतिशत हिस्सा प्लास्टिक कचरा होता है। प्लास्टिक कचरे के रिसाइक्लिंग के लिए नगर निगम आठ लाख की लागत से काम्पेक्टर लगाने ला रहा है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।

ग्राउंड के बाहर विकसित होगी हरियाली

ट्रंचिंग ग्राउंड के बाहर हरियाली विकसित करने की योजना है। इसके वन विभाग को ट्रंचिंग ग्राउंड के चारों ओर पौधारोपण करना है। ट्रंचिंग ग्राउंड के आसपास पथरीली जमीन है। जिस कारण यहां जंगली प्रजाति के पौधे लगाए जाएंगे।

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