बोर्ड परीक्षा में नंबर बढ़वाने के चक्कर में न पड़ें, ठग लगा सकते हैं भारी चपत Nainital News

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की दसवीं और बारहवीं परीक्षा में नंबर बढ़वाने का झांसा देकर लोगों को चपत लगाई जा रही है।

By Edited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 05:15 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 10:24 AM (IST)
बोर्ड परीक्षा में नंबर बढ़वाने के चक्कर में न पड़ें, ठग लगा सकते हैं भारी चपत Nainital News
बोर्ड परीक्षा में नंबर बढ़वाने के चक्कर में न पड़ें, ठग लगा सकते हैं भारी चपत Nainital News

हल्द्वानी, जेएनएन : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की दसवीं और बारहवीं परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन जारी है। शिक्षक इन दिनों घर पर ही कॉपियां जांच रहे हैं। यदि इस बीच आपके पास कोई कॉल आए और बच्चे के नंबर बढ़ाने के एवज में पैसे मांगें तो इसकी शिकायत अपने स्कूल या पुलिस से करें। ऐसा नहीं किया तो आपको चपत लग सकती है।

दरअसल, कुछ ठग खुद को सीबीएसई का अफसर बताकर अभिभावकों, छात्रों से नंबर बढ़ाने के एवज में पैसे की डिमांड कर रहे हैं। ऐसे मामलों का संज्ञान लेते हुए सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने एडवाइजरी जारी कर अभिभावकों व विद्यार्थियों से इस तरह की ठगी को लेकर जागरूक रहने की अपील की है।

सचिव ने बताया है कि ठग दावा कर रहे हैं कि वे छात्र के अंकों के डाटा तक पहुंच चुके हैं। पुलिस की लें मदद सीबीएसई ने छात्रों, अभिभावकों और स्कूलों को सतर्क करते हुए कहा है कि वे खुद को इस ठगी से बचाएं। कानूनी कार्रवाई के लिए स्थानीय पुलिस अधिकारियों की भी मदद लें। इस तरह की किसी भी धोखाधड़ी, लेनदेन या इससे उत्पन्न होने वाले परिणामों के लिए बोर्ड जिम्मेदार नहीं होगा।

मंजू जोशी, सिटी कोऑर्डिनेटर ने बतायाक कि अभिभावकों, छात्रों से अपील है कि नंबर बढ़ाने के दावे को लेकर कोई कॉल आती है तो उसके खिलाफ शिकायत करें। रिस्पांस कतई न करें। कैलाश भगत, अध्यक्ष पब्लिक स्कूल एसोसिएशन ने कहा कि सीबीएसई विद्यार्थियों और अभिभावकों से अपील है कि इस तरह की कॉल्स से भ्रमित न हों। ऐसे मामलों को गंभीरता से लें और इसकी शिकायत स्कूल व पुलिस से जरूर करें।

जोखिम कम नहीं बोर्ड की कॉपियां जांचने का काम

लॉकडाउन के चलते शिक्षकों को घर पर ही करना है। ऐसे में शिक्षकों व कॉपियों की सुरक्षा भी अपने आप में किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं। कॉपियों पर एक खास तरह की कोडिंग है, जिसकी वजह से किसी के नंबर बढ़ाने तो दूर नाम या रॉलनंबर तक पता नहीं चलता।

सेंट्रल जेल स‍ितारगंज में पांच कैदियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, सभी काट रहे हैं उम्र कैद की सजा  

पुलिस कस्टडी में प्रवासी की तबीयत बिगड़ी, अस्पताल में मौत, कमर के नीचे मिले डंडे से पीटे जाने के निशान 

chat bot
आपका साथी