नैनीताल से सीबीआइ का फर्जी आइजी गिरफ्तार, लाखों हड़पने की रच रहा था साजिश NAINITAL NEWS

सरोवर नगरी में कोतवाली पुलिस ने सीबीआइ का आइजी बताकर लाखों हड़पने की साजिश रच रहे दो युवकों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से सीबीआइ अफसर का आइकार्ड व अन्य दस्तावेज मिले हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 27 Jul 2019 10:17 AM (IST) Updated:Sun, 28 Jul 2019 10:56 AM (IST)
नैनीताल से सीबीआइ का फर्जी आइजी गिरफ्तार, लाखों हड़पने की रच रहा था साजिश NAINITAL NEWS
नैनीताल से सीबीआइ का फर्जी आइजी गिरफ्तार, लाखों हड़पने की रच रहा था साजिश NAINITAL NEWS

नैनीताल, जेएनएन : सरोवर नगरी में कोतवाली पुलिस ने सीबीआइ का आइजी बताकर लाखों हड़पने की साजिश रच रहे दो युवकों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से सीबीआइ अफसर का आइकार्ड व अन्य दस्तावेज मिले हैं। गिरफ्तार युवकों में उत्तराखंड पुलिस से वीआरएस ले चुका शख्स भी शामिल है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। उन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है। पुलिस को मुखबिर ने सूचना दी कि चार्टन लॉज पॉपुलर कम्पाउंड में सीबीआइ अफसर बनकर एक युवक घूम रहा है। मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने उसकी गतिविधियों पर खुफिया तौर पर नजर रखी।

शनिवार दोपहर को पुलिस ने उसे तथा उसके एक साथी को चार्टन लॉज से पकड़ लिया और कोतवाली ले आई। कोतवाली में बंद कमरे में दोनों से पूछताछ की गई। सूचना पर स्थानीय अभिसूचना इकाई से लेकर आइबी के अधिकारी कोतवाली पहुंच गए और घंटों तक युवकों से पूछताछ की गई। उनके कनेक्शनों की पड़ताल भी की गई। पूछताछ में किसी तरह का आतंकी या देश विरोधी कनेक्शन नहीं मिलने के बाद ही अधिकारी लौटे। कोतवाली पुलिस ने 2010 में उत्तराखंड पुलिस से वीआरएस ले चुके चार्टन लॉज मल्लीताल, नैनीताल निवासी मो. आसिफ पुत्र समीर व फर्जी अफसर बनाए गए उशैद पासा पुत्र मो. अकरम निवासी शाहपुर दसर, थाना असमौली, जिला संभल उत्तर प्रदेश के खिलाफ आइपीसी की धारा 420, 471 व 419 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। सूत्रों के मुताबिक मो. आसिफ का पुश्तैनी घर डिंगरपुर मनादेर, मुरादाबाद में है।

फ्रॉड के जरिये करोड़ों रुपये कमाने की थी योजना

नैनीताल : पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले का मास्टर माइंड उत्तराखंड पुलिस से ही वीआरएस ले चुका आसिफ है। वह आजकल नैनीताल में बिल्डिंग निर्माण का काम करता है। उसकी सूखाताल से आगे शहर के एक नामी होटल में भी पार्टनरशिप बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार उसका सहयोगी पासा आइटी में दक्ष है, इसी वजह से आसिफ ने उसे फर्जी अफसर बना दिया। उनकी नैनीताल व आसपास में बड़े लेबल पर फ्राड कर करोड़ों रुपये कमाने की योजना थी। पासा ने खुद का सीबीआइ के आइजी का फर्जी आइकार्ड से लेकर अन्य दस्तावेज कंप्यूटर से तैयार किए थे। वह मोहल्ले में खुद को अफसर बता रॉब झाड़ रहा था।

आतंकी कनेक्शन की आशंका से हड़कंप

नैनीताल : दोनों युवकों को पकडऩे के बाद खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई। एलआइयू के निरीक्षक दीप भट्ट समेत आधा दर्जन कर्मचारी पूछताछ को कोतवाली पहुंचे जबकि पुलिस की ओर से कोतवाल अशोक कुमार सिंह, एसआइ दीपक बिष्टï, एसआइ सतेंद्र गंगोला आदि ने पूछताछ की। कोई आतंकी कनेक्शन नहीं मिलने से पुलिस ने राहत की सांस ली। सूत्रों के अनुसार पूर्व पुलिस कर्मी आसिफ का पुश्तैनी घर डिंगरपुर मनादेर मुरादाबाद में है। पासा का पिता वहां किरायेदार है। वहीं से दोनों के बीच मुलाकात हुई और आसिफ ने उसे फर्जी सीबीआइ अफसर बनने के लिए राजी कर लिया। पासा ने सिर्फ दसवीं तक पढ़ाई की है।

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