दलित की संदिग्ध मौत के मामले में मुकदमा दर्ज, बारात में खाने को लेकर पिटाई आरोप
रमेश की पत्नी तुलसी देवी ने पाटी थाने में हत्या के आरोप में सवर्ण जाति के अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ तहरीर सौंपी। तहरीर में कहा गया है कि उसके पति को खाना खाने के दौरान बुरी तरीके से मारा पीटा गया जिससे उनकी मौत हुई है।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : देवीधुरा के एक दलित व्यक्ति की संदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी की तहरीर पर अज्ञात सवर्ण के खिलाफ हत्या और एससी एसटी एक्ट में केस दर्ज किया गया है। एसपी ने मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच चम्पावत के सीओ अशोक कुमार सिंह को सौंपी है।
पाटी विकास खंड के इज्जट्टा डुंगरा निवासी 55 वर्षीय रमेश राम देवीधुरा के पास केदारथान में टेलर की दुकान चलाते थे। रमेश के पुत्र संजय कुमार के मुताबिक उसके पिता बीते 28 नवंबर को दुकान मालिक के यहां शादी समारोह में गए हुए थे, लेकिन वह देर शाम तक घर नहीं लौटे। अगले दिन उन्हें फोन आया कि 108 आपातकालीन सेवा ने उसके पिता को लोहाघाट अस्पताल में बेहोशी की हालत में भर्ती कराया गया है। बताया कि हालत अधिक बिगडऩे पर उसके पिता को लोहाघाट अस्पताल से एसटीएच हल्द्वानी रेफर कर दिया गया था। बीते मंगलवार को रमेश राम ने सुशीला तिवारी अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया था।
इधर, बुधवार रात रमेश की पत्नी तुलसी देवी ने पाटी थाने में हत्या के आरोप में सवर्ण जाति के अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ तहरीर सौंपी। तहरीर में कहा गया है कि उसके पति को खाना खाने के दौरान बुरी तरीके से मारा पीटा गया जिससे उनकी मौत हुई है। तुलसी देवी ने कहा है कि उनके पति ने मरने से पहले उसने यह बात बताई थी। कहा है कि शादी में सवर्ण जाति के लोगों को उनके सामने एक दलित को खाना खाना रास नहीं आया और उनकी बुरे तरीके से पिटाई की गई, गंभीर रूप से घायल होने के कारण उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। एसपी देवेंद्र पींचा ने बताया कि मृतक की पत्नी की तहरीर पर पाटी थाने में अज्ञात के खिलाफ आइपीसी की धारा 302 तथा एससी, एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। मामले की जांच चम्पावत के सीओ अशोक कुमार सिंह को सौंपी गई है।
शरीर में थे चोट के गंभीर निशान
मृतक रमेश राम की पत्नी तुलसी देवी द्वारा पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि उसके पति के साथ मारपीट की घटना 28 नवंबर को हुई। वह अपने मकान मालिक डुंगर सिंह के घर पर उनके लड़के भुवन सिंह की शादी में गए थे। देर रात तक घर न आने पर उसके पुत्र ने पिता के नंबर पर फोन किया तो अज्ञात व्यक्ति ने उनका फोन उठाकर कहा कि उसके पापा सोए हुए हैं, और फोन काट दिया। उसके पुत्र ने दुबारा उसी नंबर पर फोन किया तो कहा गया कि तुम्हारे पापा बेहोश हैं और उन्हें पाटी के अस्पताल में ले जा रहे हैं।
तुलसी देवी ने कहा है कि कुछ देर बाद ही उसके फोन पर अज्ञात व्यक्ति ने कॉल कर कहा कि वह 108 से बोल रहा है, तुम्हारे पति को लोहाघाट ले जाया गया है तुम लोहाघाट अस्पताल आ आओ। तुलसी ने कहा है कि जब वह अस्पताल गई तो उसके पति अद्र्धनग्न अवस्था में बेसुध पड़े थे और पूरे शरीर पर चोट के निशान थे। जिसके बाद उन्हें सुशीला तिवारी अस्पताल हल्द्वानी भेजा गया।