लालकुआं में ग्रामीणों पर मुकदमे दर्ज होने पर कांग्रेसियों में आक्रोश
बिन्दुखत्ता के आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शन करने वाले कांग्रेसियों व ग्रामीणों पर पुलिस द्वारा संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करने पर क्षेत्र में आक्रोश फैलने लगा है। अज्ञात लोगों के नाम दर्ज किये गए मुकदमे में पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल लोगों की शिनाख्त शुरू कर दी है।
लालकुआं, जागरण संवाददाता : बिन्दुखत्ता के तीन आंदोलनकारियों की गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शन करने वाले कांग्रेसियों व ग्रामीणों पर पुलिस द्वारा संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज करने पर क्षेत्र में आक्रोश फैलने लगा है। अज्ञात लोगों के नाम दर्ज किये गए मुकदमे में पुलिस ने प्रदर्शन में शामिल लोगों की शिनाख्त शुरू कर दी है।
बता दें कि गत 10 जनवरी की रात को बर्थडे पार्टी में विवाद होने के बाद पुलिस बिंदुखत्ता के इंदिरा नगर से तीन कांग्रेसी नेताओं को गिरफ्तार करके लेकर आई थी। तीनों कांग्रेसी नेताओं पर पुलिस के साथ मारपीट करने का आरोप भी लगा है। जिसके बाद 11 जनवरी को कांग्रेसी और ग्रामीणों ने कोतवाली में जोरदार प्रदर्शन कर पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया । दो दिन बाद पुलिस ने प्रदर्शन करने वाले 45 अज्ञात लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिया।
प्रदर्शन करने वालों में पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, जिला पंचायत सदस्य मोहन बिष्ट, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरेंद्र बोरा, पूर्व ब्लाक प्रमुख संध्या डालाकोटी, यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सुमित्रर भुल्लर समेत तमाम कांग्रेसी एवं ग्रामीण मौजूद थे। ऐसे में तय है कि इन लोगों के खिलाफ भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया होगा।
इधर पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल का कहना है कि लोकतंत्र में हर किसी को अपनी बात रखने की स्वतंत्रता है लेकिन लालकुआं में पुलिस द्वारा कांग्रेसी नेताओं की गिरफ्तारी का कारण जानने पहुंचे ग्रामीणों पर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है जो कि न्याय संगत नहीं है।