नई कोविड गाइडलाइन से नैनीताल के व्यापारी नाराज, प्रतिष्ठान खोलने को लेकर असमंजस

नई गाइडलाइन में व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए समयावधि दोपहर दो बजे एवं जनता कर्फ्यू सायंकाल सात बजे का आदेश न केवल अव्यवहारिक बल्कि अतार्किक भी है। उन्होंने व्यापारियों की भावनाओं से सक्षम प्राधिकारीयों को अवगत करवाने का आग्रह किया है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 05:20 PM (IST) Updated:Sat, 24 Apr 2021 09:21 AM (IST)
नई कोविड गाइडलाइन से नैनीताल के व्यापारी नाराज, प्रतिष्ठान खोलने को लेकर असमंजस
तल्लीताल व्यापार मंडल ने भी गाइडलाइंस का विरोध करते हुए संशोधन की मांग की है।

जागरण संवाददाता, नैनीताल : कोविड महामारी में संक्रमण की रोकथाम को लेकर शासन की गाइडलाइंस का व्यापारी समुदाय ने अव्यवहारिक बताते हुए विरोध किया है। उन्होंने इसमें संशोधन की मांग की है।

गुरुवार दोपहर को मल्लीताल व्यापार मंडल महासचिव त्रिभुवन फर्त्याल के नेतृत्व में पदाधिकारी कलेक्ट्रेट में एसडीएम प्रतीक जैन से मिले और ज्ञापन दिया। उन्होंने कहा नई गाइडलाइन में व्यापारिक प्रतिष्ठानों के लिए समयावधि दोपहर दो बजे एवं जनता कर्फ्यू सायंकाल सात बजे का आदेश न केवल अव्यवहारिक बल्कि अतार्किक भी है। उन्होंने व्यापारियों की भावनाओं से सक्षम प्राधिकारीयों को अवगत करवाने का आग्रह किया है। यह भी कहा अपराह्न दो बजे के बाद मात्र आवश्यक वस्तुओं से संबंधित व्यापारिक प्रतिष्ठान खुले रखने की अनुमति के संबंध में व्यापारियों सहित आम जनमानस में तरह-तरह की भांतियां व्याप्त हैं।

आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में किन किन वस्तुओं को सम्मिलित किया गया है, इसको भी स्पष्ट करने की की मांग की है। कहा कि बेहद व्यावहारिक मामलों पर न्यायोचित कार्यवाही करने का आग्रह किया है। एसडीएम ने मामलों पर उचित कारवाई का भरोसा दिया। ज्ञापन देने वालों में वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश वर्मा, उपाध्यक्ष रईस खान आदि शामिल रहे। तल्लीताल व्यापार मंडल ने भी गाइडलाइंस का विरोध करते हुए संशोधन की मांग की है।

फड़ कारोबारियों ने की आर्थिक सहायता देने की मांग

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के प्रभावी होने के बाद शहर का पर्यटन कारोबार एक बार फिर लड़खड़ा गया है। ऐसे में बड़े होटल कारोबारियों के साथ ही छोटे कारोबार में लगे रिक्शा, नाव चालकों और फड़ कारोबारियों के सामने आर्थिक संकट मंडराने लगा है। अब फड़ कारोबारियों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज आर्थिक सहायता की मांग की है।

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