आठ बजे के बाद दिल्ली-दून नहीं जाएंगी बसें, अब सिर्फ कुमाऊं में चलेंगी रोडवेज की बसें

निगम की बसें अब अन्य राज्यों में नहीं जाएंगी। हल्द्वानी से देहरादून जाने के लिए उत्तर प्रदेश से होकर गुजरना पड़ता है। इसलिए राजधानी रूट पर भी संचालन बंद कर दिया है। पिछले साल की तरह कुमाऊं की बसें अपने और गढ़वाल की बसें अपने मंडल तक ही सीमित रहेगी।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 11:30 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 11:30 AM (IST)
आठ बजे के बाद दिल्ली-दून नहीं जाएंगी बसें, अब सिर्फ कुमाऊं में चलेंगी रोडवेज की बसें
संक्रमण के बढऩे की वजह से यह निर्णय लिया गया है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी: उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें अब दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब समेत किसी भी अन्य राज्यों में नहीं जाएंगी। हल्द्वानी से देहरादून जाने के लिए उत्तर प्रदेश से होकर गुजरना पड़ता है। इसलिए राजधानी रूट पर भी संचालन बंद कर दिया है। अब पिछले साल की तरह कुमाऊं की बसें अपने और गढ़वाल की बसें अपने मंडल तक ही सीमित रहेगी। संक्रमण के बढऩे की वजह से यह निर्णय लिया गया है। शनिवार सुबह हल्द्वानी बस स्टेशन से आठ बजे तक बाहरी राज्यों के बसें भेजी गई। मगर जैसे ही आदेश पहुंचा तो रवानगी बंद कर दी गई।

कोरोना के मामले लगातार बढऩे के बावजूद रोडवेज की बसों का दूसरे राज्यों में संचालन जारी था। हालांकि, रवानगी के दौरान बसों की यात्रियों की संख्या बेहद सीमित थी। वापसी में प्रवासियों के घर लौटने के कारण बामुश्किल डीजल के पैसे निकल जा रहे थे। आरएम कुमाऊं यशपाल सिंह ने बतायाा कि मुख्यालय के आदेश पर अब दूसरे राज्यों में गाडिय़ां भेजना बंद कर दिया गया है।

दस गाडिय़ां सुबह निकली

रोडवेज अफसरों के मुताबिक सुबह के वक्त बस स्टेशन से दिल्ली, कोटद्वार, सांभली व चंडीगढ़ मार्ग पर दस बसें रवाना हो चुकी थी। हालांकि, सवारियों की कमी के कारण चंडीगढ़ की बस हरिद्वार से लौट आई। बाहरी राज्यों को जाने वाली किसी भी गाड़ी में दस से ज्यादा सवारी नहीं थी।

प्रवासियों को आएगी दिक्कत

दिल्ली, हरियाणा समेत अन्य राज्यों में कोरोना का खतरा ज्यादा होने के कारण प्रवासियों के घर पहुंचने का एकमात्र विकल्प रोडवेज बसें थी। क्योंकि, टैक्सी संचालक मनमाना किराया वसूलते हैं। लेकिन अब सरकारी सेवा बंद होने से उनकी दिक्कतें भी बढ़ गई।

हल्द्वानी डिपो में रोज एक हजार यात्री

कोरोना मामले बढऩे से पहले प्रतिदिन सिर्फ हल्द्वानी डिपो की बस में सात से आठ हजार लोग यात्रा करते थे। मगर अब संख्या घट कर 2500 तक पहुंच गई थी। इसमें करीब 1000 हजार बाहरी राज्य जाने और वहां से आने वाले होते थे। वहीं, उत्तर प्रदेश रोडवेज की छह बसें शनिवार को भी हल्द्वानी पहुंच गई थी। कल से इनकी एंट्री भी बंद होगी।

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