बदहाल सड़कों के कारण मैदानी डिपो की बसें नहीं भेजी जा रहीं पहाड़

आपदा के बाद खोले गए अन्य रास्तों से परिवहन निगम के पर्वतीय डिपो की बसों ने हल्द्वानी आना शुरू कर दिया है। लेकिन कुमाऊं के बड़े रोडवेज डिपो में शामिल हल्द्वानी व काठगोदाम डिपो अभी अपनी बसों को पहाड़ नहीं चढ़ा रहा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 12:02 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 12:02 PM (IST)
बदहाल सड़कों के कारण मैदानी डिपो की बसें नहीं भेजी जा रहीं पहाड़
बदहाल सड़कों के कारण मैदानी डिपो की बसें नहीं भेजी जा रहीं पहाड़

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : आपदा के बाद खोले गए अन्य रास्तों से परिवहन निगम के पर्वतीय डिपो की बसों ने हल्द्वानी आना शुरू कर दिया है। लेकिन कुमाऊं के बड़े रोडवेज डिपो में शामिल हल्द्वानी व काठगोदाम डिपो अभी अपनी बसों को पहाड़ नहीं चढ़ा रहा। इसके पीछे सवारियों और खराब सड़कों का हवाला दिया जा रहा है। इसलिए इन दो डिपो की बसें हल्द्वानी टू नैनीताल तक की सवारियां ढो रही है।

पिछले हफ्ते दो दिन की भारी बारिश उत्तराखंड के लिए आपदा बनकर आई। खासकर कुमाऊं में पहाड़ से लेकर तराई तक खासा नुकसान हुआ। जिस वजह से जगह-जगह सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई। और मैदान से पहाड़ के रूटों पर वाहनों का चलना बंद हो गया। शुक्रवार को पिथौरागढ़ डिपो की बसों ने हल्द्वानी से सवारियां भरना शुरू कर दिया। पिथौरागढ़ डिपो की बसें पहाड़ से सीधा दिल्ली व दून रूट पर भी चल रही है। हालांकि, सीधा रास्ता खराब होने की वजह से अभी गाडिय़ां भीमताल, खुटानी, शहरफाटक होकर निकल रही है।

वहीं, अल्मोड़ा डिपो की गाडिय़ां भी मैदानी रूट की सवारियां लेकर निकल रही है। लेकिन हल्द्वानी व काठगोदाम डिपो ने अभी नैनीताल के अलावा पहाड़ के अन्य रूटों पर सेवा शुरू नहीं की। वरिष्ठ स्टेशन प्रभारी रवि शेखर कापड़ी ने बताया कि सवारियों के हिसाब से पिथौरागढ़ व अल्मोड़ा डिपो की बसें पर्याप्त है। अगर संख्या बढ़ी तो स्थानीय बसों को भी पहाड़ पर रवाना किया जाएगा।

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