पिथौरागढ़ में उफनाए नाले में बाइक समेत दो भाई बहे, एक एक की मौत दूसरे की हालत गंभीर
पिथौरागढ़ जिले के तहसील बंगापानी क्षेत्र में अपने गांव वल्थी से मोटरसाइकिल से बंगापानी आ रहे दो सगे भाई जौलगाड़ में बाइक समेत बह गए।
मदकोट(पिथौरागढ़) जेएनएन : पिथौरागढ़ जिले के तहसील बंगापानी क्षेत्र में अपने गांव वल्थी से मोटरसाइकिल से बंगापानी आ रहे दो सगे भाई जौलगाड़ में बाइक समेत बह गए। आइटीबीपी जवान की मौत हो गई और छोटा भाई गंभीर रूप से घायल हो गया। इस घटना को लेकर क्षेत्र में शोक छा गया है।
गुरुवार की सुबह वल्थी गांव निवासी आइटीबीपी जवान कैलाश जोशी 40 वर्ष और उसका छोटा भाई अनिल जोशी 35 वर्ष पुत्र गिरीश चंद्र जोशी बाइक से बंगापानी की तरफ जा रहे थे । उमरगड़ा के निकट सड़क पर ह्री बहने वाला जौलगाड़ नाला ऊफान पर था। बाइक जैसे ही नाले के बीच में पहुंची तो तेज बहाव मेंं बह गई । घटना घटते ही स्थानीय लोग बचाव के लिए पहुंंंच गए और निकट से एसडीआरएफ के जवान भी पहुंच गए। अनिल जोशी बाइक से छिटक गया और लगभग पचास मीटर तक नाले में बहता चला गया। इस दौरान रेस्क्यू कर रहे लोगों द्वारा उसे बचा लिया गया । बहने के दौरान पत्थरों से सिर टकराने से उसका सिर फट गया ।
बड़ा भाई आइटीबीपी जवान कैलाश जोशी बाइक से ही दब गया। ऊफान पर आए नाले में उसको तलाश करना मुश्किल हो गया। रेस्क्यू दल द्वारा काफी देर तक खोजबीन के बाद वह बाइक से दबा मिला परंतु तब तक उसकी मौत हो गई थी। मृतक के शव को निकाल कर मदकोट टीआरएच पहुंचाया गया है। घटना की सूचना मिलते ही घर पर कोहराम मचा हुआ है। घायल अनिल जोशी को अस्पताल पहुंचाया गया है। मृतक जवान के शव का मदकोट में ही पोस्टमार्टम कराए जाने की मांग की जा रही है। घायल की गंभीर हालत देखते हुए बंगापानी अस्पताल से पिथौरागढ़ जिला अस्पताल भेज दिया गया है।
अवकाश पर घर आया था जवान
अठारह दिनों से बंद जौलजीबी - मदकोट- मुनस्यारी मार्ग खुला होता तो यह हादसा नहीं होता। आइटीबीपी जवान की नए तैनाती स्थल पर जाते समय घर के निकट मौत नहीं हुई होती । मृतक आइटीबीपी जवान कैलाश जोशी लोहाघाट में तैनात था। उसका तबादला जम्मू कश्मीर हो गया था। नए तैनाती स्थल पर जाने से पूर्व वह दस दिन के अवकाश पर परिवारजनों से मिलने गांव आया था। गुरु वार को वह अपने नए तैनाती स्थल जम्मू कश्मीर के घर से रवाना हुआ। जौलजीबी - मुनस्यारी मार्ग 18 दिनों से बंद है। बरम से आगे दुगड़ीगाड़ का पुल बहे होने से मार्ग पर यातायात नहीं चल रहा है। कैलाश जोशी अपने छोटे भाई के साथ बाइक से दुगड़ीगाड़ तक आ रहा था। दुगड़ीगाड़ तक बाइक से आने के बाद वह दूसरी तरफ आकर टैक्सी से नब्बे किमी दूर पिथौरागढ़ आना था।जौलगाड़ के ऊफान पर थी । बाइक उसके वेग में बह गई और जवान की अकाल मौत हो गई। मृतक आइटीबीपी जवान के दो बच्चे हैं ।
बीआरओ भी जिम्मेदार
जौलजीबी - मदकोट- मुनस्यारी मार्ग का संचालन बीआरओ के पास है। बंगापानी और मदकोट के मध्य बहने वाला जौलगाड़ विकराल नाला है। हॉलाकि नाला हिमनद से निकलता है , जिसके चलते शीतकाल में सूख जाता है परंतु मानसून काल में विकराल रू प ले लेता है। वर्ष 1996 में जीमिया गांव निवासी इंटर में पढऩे वाला एक छात्र इस नाले में बह गया था। आए दिन यहां पर घटनाएं घटती रहती हैं और घंटों तक जाम लग जाता है। इसके बाद भी बीआरओ द्वारा आज तक यहां पर पुल का निर्माण नहीं हो सका है। वर्तमान में बीआरओ पुल निर्माण कर रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस नाले में सबसे पहले पुल बनना चाहिए था।