बागेश्वर में द्यांगण-आरे बाईपास से गिर रहे बोल्डर, जानलेवा बना है सफर
स्थानीय लोगों ने कहा कि सड़क की दुर्दशा को लेकर कई बार आवाज उठाई गई लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि यदि सुरक्षा के पुख्ता इंतजार नहीं किए गए तो उग्र आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : ङ्क्षपडारी रोड में आरे के समीप सड़क दुर्घटना को दावत दे रही है। आरे-द्यांगण बायपास मोटर मार्ग की तरफ से लगातार पत्थर और मलबा भी गिर रहा है। जिससे स्थानीय लोगों के घरों और वाहनों को खतरा बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने कहा कि सड़क की दुर्दशा को लेकर कई बार आवाज उठाई गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि यदि सुरक्षा के पुख्ता इंतजार नहीं किए गए तो उग्र आंदोलन शुरू कर दिया जाएगा।
लोगों ने साझा किया दर्द
सड़कों की हालत बद से बदतर हो गई है। बारिश के बाद सड़कों पर लगातर मलबा गिर रहा है। आरे-द्यांगण बायपास से आरे के समीप लगातार मलबा और बोल्डर गिर रहे हैं। नीचे से दुकानें और आवासीय मकान हैं। जिन्हें खतरा बना हुआ है। जिला प्रशासन को कई बार सूचना दी गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है। -मनोज खड़ाई, ग्रामीण
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ङ्क्षपडारी मोटर मार्ग में आरे के समीप सड़क में नाली नहीं है। जिसके कारण बारिश का पानी सड़क को नुकसान पहुंचा जा रहा है। सड़क में अनगिनत गड्ढे भी बन गए हैं। जिसमें बारिश का पानी भर गया है। जिसके कारण दुकानों में रखा सामान खराब हो रहा है। -गणेश कुमार, ग्रामीण
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सड़क को लेकर जिला प्रशासन संवेदनशील नहीं है। कपकोट और दुग नाकुरी तहसील को जोडऩे वाली एकमात्र सड़क दुर्घटना को दावत दे रही है। पहाड़ से लगातार पत्थर और मलबा गिर रहा है। जिससे वाहनों के साथ ही स्कूल आदि जाने वाले बच्चों को भी खतरा पैदा हो गया है। समय रहते सुरक्षा दीवार आदि का निर्माण करना होगा। -रुद्रा पांडे, ग्रामीण
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आरे-द्यांगण बाईपास जगह-जगह भूस्खलन की भेंट चढ़ गया है। जिसका मलबा और पत्थर ङ्क्षपडारी रोड में आरे के समीप गिर रहे हैं। कई बार घरों को नुकसान भी हो गया है। खेतों में भी पत्थर और मलबा गिरने से किसानों की परेशानी बढ़ गई है। -शेखर, ग्रामीण
अधिशासी अभियंता संजय पांडे ने बताया कि बारिश के कारण खराब सड़कों को दुरुस्त करने का काम युद्धस्तर से चल रहा है। जिन स्थानों पर खतरा बना हुआ है। वहां सुरक्षा दीवार आदि निर्माण के लिए अंगणन तैयार किया जाएगा। सड़कों के गड्ढों को भी भरा जाएगा।