चम्पावत में एनएच पर हर पांच मिनट में गिर रहे बोल्डर, कल ही है सीएम का टनकपुर दौरा
मुख्यमंत्री के टनकपुर के संभावित दौरे से पहले भी यह सड़क खुलेगी इस पर संशय बना हुआ है। अगर सड़क नहीं खुलती है तो डीएम एसपी व अन्य अधिकारियों को टनकपुर जाने के लिए रीठासाहिब सूखीढांग या फिर देवीधूरा से हल्द्वानी का रास्ता पकडऩा होगा।
जागरण संवाददाता, चम्पावत : टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर नौवें दिन भी आवाजाही नहीं शुरू हो सकी। स्वाला के पास आये मलवे को हटाने में प्रशासन व कार्यदाई कम्पनी की हालत खराब हो गई है। कंपनी ऑपरेटर पांच मिनट में जितना मलवा हटाते उतना ही मलवा भर भराकर नीचे आ जाता है। हर पांच मिनट में पहाड़ी से बोल्डर गोली की स्पीड से नीचे आ रहे हैं। जिससे ऑपरेटर मशीन को कभी आगे तो कभी पीछे ले जा रहे हैं। जान जोखिम में डालकर ऑपरेटर रोड खोलने में जुटे हुए हैं।
रोड खोलने के लिए एडीएम शिवचरण द्विवेदी व आपदा प्रबंधन अधिकारी मनोज पांडेय के साथ एनएच के अधिकारी विगत चार दिन से डेरा डाले हुए हैं। विगत दो दिन से डीएम व एसपी भी लगातार निरीक्षण करने स्वाला जा रहे हैं। बोल्डर व मलवे का गिरना बंद हुआ तो कल शाम तक रोड के खुलने की संभावना है। अभी भी मौके पर करीब दस मीटर तक मलवा हटना शेष है।
पहली सितंबर को मुख्यमंत्री के टनकपुर के संभावित दौरे से पहले भी यह सड़क खुलेगी, इस पर संशय बना हुआ है। अगर सड़क नहीं खुलती है तो डीएम, एसपी व अन्य अधिकारियों को टनकपुर जाने के लिए रीठासाहिब सूखीढांग या फिर देवीधूरा से हल्द्वानी का रास्ता पकडऩा होगा। हालांकि सड़क खोलने के लिए स्वाला के भूस्खलन वाले क्षेत्र में कार्यदायी संस्था और मशीनें लगातार काम कर रही हैं। सोमवार को डीएम विनीत तोमर, एसपी लोकेश्वर सिंह, एडीएम एससी द्विवेदी ने स्वांला जाकर तेजी से काम कर सड़क खोलने के निर्देश देने के साथ भूस्खलन वाले क्षेत्र का जायजा भी लिया। एनएच पर टनकपुर-चम्पावत के बीच सड़क संपर्क कटे हुए एक सप्ताह से अधिक समय व्यतीत हो गया है। मंगलवार को सोमवार को मौसम ठीक होने पर काम की गति बढ़ी लेकिन हर पांच मिनट में गिर रहे बोल्डर मलवा हटाने में बाधक बने हुए हैं। कई बार ऑपरेट इसकी चपेट में आने से बच चुके हैं।
मंगलवार दोपहर में डीएम व एसपी सीएम के कार्यक्रम के लिए स्वाला की पहाड़ी पैदल पार कर टनकपुर को गए। कई अन्य अधिकारी भी इसी तरह पैदल गए। एनएच ईई एलडी मथेला ने बताया कि 25 मीटर मलबा हटाया जा चुका है, अब करीब 10 मीटर मलबा हटाया जाना है। दावा किया गया कि अगर पहाड़ी से फिर से भूस्खलन न हुआ तो मंगलवार शाम तक सड़क खुल जाएगी। इस कारण चम्पावत-टनकपुर के बीच आवाजाही अब भी रीठा साहिब-सूखीढांग से व हल्द्वानी जाने के लिए देवीधुरा होकर हो रही है। वहीं चम्पावत से बनलेख जाने वाले मार्ग की भी हालत खराब हो गई। मार्ग में कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। आवाजाही थमने से खाने के होटल, मिठाई की दुकान, टैक्सी-जीप संचालक, किराना से लेकर सब्जी के कारोबार में 60 प्रतिशत तक की कमी आई है।
भाजपा के लोग कर रहे रोड खुलने का इंतजार
एक सितंबर को सीएम पुष्कर सिंह धामी के दौरे को लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं में जितनी खुशी का माहौल हैं वहीं रोड बंद होने से वह काफी मायूस भी है। मंगलवार को भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शंकर पांडेय व मीडिया प्रभारी मोहन अधिकारी ने स्वाला जाकर रोड का स्थलीय निरीक्षण किया। अगर रोड खुलती है तो पर्वतीय क्षेत्र से अधिक से अधिक कार्यकर्ता टनकपुर पहुंच कर सीएम का स्वागत करेंगे। इसलिए कार्यकर्ता रोड खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
टैक्सी चालकों ने किया प्रदर्शन
टनकपुर-चम्पावत नेशनल हाईवे पर स्वाला के पास आया मलबा नौवें दिन भी न हटाए जाने से टैक्सी चालकों में आक्रोश पैदा हो गया है। मंगलवार को उन्होंने जिला मुख्यालय में प्रदर्शन कर विरोध जताया। टैक्सी यूनियन कुमाऊं महासंघ के उपाध्यक्ष ललित मोहन भट्ट के नेतृत्व में किए गए प्रदर्शन में टैक्सी चालकों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया। कहा कि कार्यदायी कंपनियों के पास रोड को खोलने का कोई उपाय नहीं है। मार्ग के बंद होने के कारण सबसे अधिक टैक्सी चालकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। उन्होंने सड़क की खराबी के कारण परेशान टैक्सी चालकों को मुआवजा दिलाने की मांग की है। प्रदर्शन करने वालों में दीवान राम, मनोज राम, सूरज पाटनी, ईश्वर सिंह, तेजा सिंह, ललित मोहन आदि शामिल रहे।