अल्मोड़ा में खाई में गिरी बोलेरो, मासूम बच्ची व चालक की मौत, तीन घायल रामनगर रेफर

बारिश से और खस्ताहाल हो चली इस सड़क पर अनियंत्रित जीप खाई में जा गिरी। हादसे में छह साल की बच्ची समेत चालक ने दम तोड़ दिया। हादसे में घायल तीन लोगों को गंभीर हालत में रामनगर रेफर किया गया है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 06:55 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 06:55 PM (IST)
अल्मोड़ा में खाई में गिरी बोलेरो, मासूम बच्ची व चालक की मौत, तीन घायल रामनगर रेफर
दुर्घटना मेें ललित की छह वर्षीय पुत्री दीक्षा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

जागरण संवाददाता, मानिला (अल्मोड़ा) : सड़क हादसों के लिहाज से डोटियाल रोड पर दो जिंदगियां खत्म हो गईं। बारिश से और खस्ताहाल हो चली इस सड़क पर अनियंत्रित जीप खाई में जा गिरी। हादसे में छह साल की बच्ची समेत चालक ने दम तोड़ दिया। हादसे में घायल तीन लोगों को गंभीर हालत में रामनगर रेफर किया गया है।

सल्ट विकासखंड के मवलगांव निवासी ललित कुमार पुत्र भूपाल राम गुरुवार को परिवार के साथ दुधोड़ी गांव (स्याल्दे ब्लॉक) स्थित अपनी ससुराल से लौट रहा था। पूनाकोट के पास बोलेरो यूके 04 टीए 9133 का चालक सुरेंद्र सिंह (28) पुत्र ज्ञान सिंह निवासी रणथमल बदहाल रोड पर वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। नतीजतन जीप खाई में गिर गई। दुर्घटना मेें ललित की छह वर्षीय पुत्री दीक्षा ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। आसपास के लोगों ने सल्ट थाने में बताया। थानाध्यक्ष धीरेंद्र पंत राहत व बचाव दल लेकर ग्रामीणों के साथ किसी तरह खड़ी पहाड़ी पर खाई में उतरे। घायलों को रेस्क्यू कर सड़क तक पहुंचाने के बाद सीएचसी देवायल ले जाया गया। उपचार के दौरान चालक चालक सुरेंद्र की भी मौत हो गई। घायल ललित पुत्र भूपाल राम, उसकी पत्नी पुष्पा देवी व तीन वर्षीय बेटी कोमल को प्राथमिक उपचार के बाद रामनगर रेफर कर दिया गया।  बारिश के दौरान पहाड़ पर आवागमन बहुत ही खतरनाक हो जाता है। बारिश में भूस्खलन के चलते रास्ते में पत्थर व मिट्टी आने भयावह हादसे हो जाते हैं। इसके साथ ही पैराफिट न होने से मिट्टी में वाहन फिसलते ही गहरी खाई में जा गिरते हैं।

पैराफिट या रेलिंग होती तो बच सकती थी जान

डोटियाल रोड पर वाहनों का अच्छाखासा दबाव होने के बावजूद सड़क सुरक्षा को पैराफिट या रेलिंग बने ही नहीं हैं। संकरी सड़क पर चट्टानों के बीच से गुजरती सर्पीली सड़क पर सुरक्षात्मक कार्य कराए होते तो शायद मासूम व चालक की जान बच यकती थी। पुलिस के साथ रेस्क्यू में जुटे ग्रामीणों ने लापरवाही के लिए लोनिवि को जिम्मेदार ठहराया।

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