काशीपुर में फुटवियर कारोबारी के गैराज में मिला राजमिस्त्री का शव, कुर्सी से लेकर फर्श तक फैला था खून

राजमिस्त्री का सड़ा-गला शव फुटवियर कारोबारी के गैराज में मिला। सोमवार दोपहर जब गैराज स्वामी का चालक कार निकालने के लिए पहुंचा तो घटना का पर्दाफाश हुआ। सूचना पर एसपी सीओ प्रभारी कोतवाल सहित तमाम पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 03:48 PM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 03:48 PM (IST)
काशीपुर में फुटवियर कारोबारी के गैराज में मिला राजमिस्त्री का शव, कुर्सी से लेकर फर्श तक फैला था खून
काशीपुर में फुटवियर कारोबारी के गैराज में मिला राजमिस्त्री का शव, कुर्सी से लेकर फर्श तक फैला था खून

काशीपुर, जागरण संवाददाता : राजमिस्त्री का सड़ा-गला शव फुटवियर कारोबारी के गैराज में मिला। सोमवार दोपहर जब गैराज स्वामी का चालक कार निकालने के लिए पहुंचा तो घटना का पर्दाफाश हुआ। सूचना पर एसपी, सीओ, प्रभारी कोतवाल सहित तमाम पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल की।

कोतवाली पुलिस के अनुसार पुष्पक विहार कॉलोनी निवासी 45 वर्षीय जाकिर हुसैन राजमिस्त्री का काम करता था। 18 जून की शाम को वह घर से अपने साढू काजीबाग निवासी रईस के घर दावत खाने के लिए निकला, लेकिन वापस नहीं पहुंचा। परिवार वालों ने उसके लापता होने की सूचना पुलिस को दी। स्वजन उसकी तलाश कर रहे थे कि इसी दौरान सोमवार दोपहर को काजीबाग स्थित फुटवियर व्यापारी रईस के कार गैराज में उसका सड़ा-गला शव मिला। घटना का पता तब चला जब गैराज स्वामी का चालक कार निकालने पहुंचा।

गैराज के अंदर घुसते ही उसके होश उड़ गए। बरामदे में कुर्सी से लेकर फर्श तक खून ही खून फैला पड़ा था। बाद में गैराज में बने एक छोटे कमरे को खोला गया तो उसमें जाकिर का शव मिला। सूचना पर एसपी प्रमोद कुमार, सीओ अक्षय प्रहलाद कोंडे, प्रभारी कोतवाल देवेंद्र गौरव, कटोराताल चौकी इंचार्ज ओम प्रकाश, बांसफोड़ान चौकी इंचार्ज रविंद्र बिष्ट, दीपक जोशी सहित तमाम पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए। प्रथम दृष्टया पुलिस मामले को हत्या मानकर जांच कर रही है। मृतक के घर में पत्नी शबनम, तीन बेटे मोहम्मद जीशान, मोहम्मद शुबूर और मोहम्मद इब्राहिम है। जीशान विदेश में नौकरी करता है।

सवाल: बंद गैराज के अंदर कैसे पहुंचा जाकिर

एसपी प्रमोद कुमार के अनुसार गैराज स्वामी का कहना है कि उन्होंने 16 जून को गैराज खोला था इसके बाद पांच दिन तक गैराज बंद था। 16 के बाद 21 की दोपहर को ही गैराज को खोला गया। इस प्रकरण में पुलिस के सामने सबसे पहला सवाल यही है कि गैराज अगर 16 जून से बंद था तो जाकर अंदर कैसे पहुंचा। दूसरा सवाल यह है कि जाकिर आखिर बंद गैराज में क्या करने गया था और उसके साथ यह घटना कैसे हुई। फर्श पर फैले खून से हत्या किए जाने की पुष्टि हो रही है। पुलिस भी हत्या मानकर ही जांच कर रही है, लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ वह कड़ी नहीं लगी है जो इस रहस्य से पर्दा उठा सके। कोतवाली पुलिस को गैराज के स्वामी ने बताया कि जिस कमरे में जाकिर की लाश मिली उस कमरे में भी बाहर से ताला लगा था। शायद ताला तोड़कर शव को अंदर रखा गया होगा।

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