Black Fungus in Haldwani : कृष्णा अस्पताल में मरीज भर्ती व एसटीएच में भी मिला संदिग्ध मरीज

Black Fungus in Haldwani हल्द्वानी के कृष्णा अस्पताल में ब्लैक फंगस की पुष्टि होने के बाद एक मरीज को भर्ती कराया गया है। जबकि डा. सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती एक कोरोना संक्रमित भी संदिग्ध पाया गया है। न्यूरो और ईनटी विशेषज्ञ उसकी जांच कर रहे हैं।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 06:40 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 06:40 AM (IST)
Black Fungus in Haldwani : कृष्णा अस्पताल में मरीज भर्ती व एसटीएच में भी मिला संदिग्ध मरीज
कुमाऊं में पहला मामला बताया जा रहा है। अल्मोड़ा और ऊधमसिंह नगर में पुष्टि नहीं हो सकी है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : Black Fungus in Haldwani : कुमाऊं मे भी पोस्ट कोविड संक्रमण 'ब्लैक फंगस' ने दस्तक दे दी है। हल्द्वानी के कृष्णा अस्पताल में ब्लैक फंगस की पुष्टि होने के बाद एक मरीज को भर्ती कराया गया है। जबकि, डा. सुशीला तिवारी अस्पताल में भर्ती एक कोरोना संक्रमित भी संदिग्ध पाया गया है। न्यूरो और ईनटी विशेषज्ञ उसकी जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट आने पर ही ब्लैक फंगस की पुष्टि हो पाएगी। इन सभी को अलग वार्ड में उपचार दिया जा रहा है।

हल्द्वानी निवासी 59 वर्षीय व्यक्ति को कोरोना संक्रमित होने के बाद एसटीएच में भर्ती कराया गया था। 20 दिन पहले वह स्वस्थ्य होकर घर लौटे थे। इधर, सिर और चेहरे की बाईं तरफ तेज दर्द की शिकायत के बाद उन्हें 10 मई को कृष्णा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद न्यूरो और ईनटी विशेषज्ञों ने उनकी जांच कर उपचार शुरू कर दिया। मरीज की ब्लैक फंगस की रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर अस्पताल स्टाफ ने सीएमओ नैनीताल पत्र लिखकर मामले से अवगत कराया है। साथ ही मरीज को आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए सहयोग भी मांगा है। वहीं, एसटीएच में भी ब्लैक फंगस का एक संदिग्ध मरीज भर्ती होने की बात सामने आई। चिकित्सा अधीक्षक डा. अरुण जोशी व एसीएमओ डा. रश्मि पंत ने इसकी पुष्टि की है। ब्लैक फंगस की किसी मरीज में पुष्टि होने का कुमाऊं में यह पहला मामला बताया जा रहा है। अल्मोड़ा और ऊधमसिंह नगर में सामने आए मामलों में ब्लैक फंगस की पुष्टि नहीं हो सकी है।

एसटीएच में समिति गठित

एसटीएच में ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज के लिए डॉक्टरों की समिति गठित कर दी गई है। जिसमें मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डा. एसआर सक्सेना को अध्यक्ष बनाया गया है। जबकि नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. जीएस तितियाल, ईएनटी विशेषज्ञ डा. शहजाद, न्यूरोसर्जन डा. देवेंद्र को सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है।

एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन नहीं

ब्लैक फंगस के मरीज के इलाज में एंफोटेरिसिन - बी 50 एमजी इंजेक्शन की जरूरत पड़ती है। मगर, जिले में स्वास्थ्य विभाग के पास यह इंजेक्शन नहीं है। लोगों को यह बाजार से खरीदना पड़ रहा है।

एसीएमओ नैनीताल डा. रश्मि पंत ने बताया कि जिले में ब्लैक फंगस का मरीज मिलने के बाद सभी सरकारी और निजी कोविड अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। अस्पतालों से अपील है कि उनके यहां यदि ब्लैक फंगस का कोई मामला आता है तो इसकी सूचना तत्काल स्वास्थ्य विभाग को दें।

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