भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी के ट्वीट ने मचाई उत्तराखंड में सियासी हलचल

अफवाह यहां तक उड़ा दी गई कि हल्द्वानी की एक वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री भाजपा ज्वाइन कर रही है। इस तरह की चर्चा को लेकर कांग्रेसी ही नहीं बल्कि शहर के कई वरिष्ठ भाजपा नेता भी उनकी लोकेशन लेने लगे तो कोई उन्हें सीधे फोन करने लगा।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Wed, 09 Jun 2021 08:04 PM (IST) Updated:Wed, 09 Jun 2021 08:04 PM (IST)
भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी अनिल बलूनी के ट्वीट ने मचाई उत्तराखंड में सियासी हलचल
राजनीति से जुड़े लोग दोपहर एक बजे तक चटखारे लेते रहे।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : राज्य में विधानसभा चुनाव के केवल आठ माह शेष रह गए हैं। अनलॉक होने के साथ ही धीरे-धीरे चुनाव को लेकर माहौल बनाया जाने लगा है। बुधवार को राज्य के सियासी गलियारे में हलचल तब मची, जब राज्य सभा सदस्य अनिल बलूनी ने एक प्रमुख नेता के भाजपा में जाने का जिक्र कर दिया।

बलूनी ने अंग्रेजी में किए ट्वीट में लिखा, एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व दोपहर एक बजे भाजपा में शामिल होंगे। वैसे तो बलूनी का पद पार्टी में राष्ट्रीय स्तर का है। वह राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख भी हैं, लेकिन उनके उत्तराखंड के होने से यहां के सियासी गलियारों में कुछ देर के लिए जबरदस्त खलबली मच गई। एक-दूसरे को फोन कर लोग पार्टी में ज्वाइनिंग करने वाले नेता के बारे में पूछने लगे।

अफवाह यहां तक उड़ा दी गई कि हल्द्वानी की एक वरिष्ठ कांग्रेस नेत्री भाजपा ज्वाइन कर रही है। इस तरह की चर्चा को लेकर कांग्रेसी ही नहीं, बल्कि शहर के कई वरिष्ठ भाजपा नेता भी उनकी लोकेशन लेने लगे। कोई उन्हें सीधे फोन करने लगा तो किसी ने उनके समर्थकों से ज्वाइंनिंग के बारे में जानकारी हासिल की। यहां तक कुछ लोग कांग्रेस के एक और वरिष्ठ नेता के बारे में चर्चा करने लगे। कहने लगे, जो भी दिल्ली में है, वह भाजपा में शामिल हो सकता है। राजनीति से जुड़े लोग दोपहर एक बजे तक चटखारे लेते रहे। जब पता चला कि पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद ने भाजपा ज्वाइन कर ली है, तब अटकलों पर विराम लगा।

दरअसल, बलूनी के ट्वीट से लोगों का ध्यान जितिन प्रसाद के बजाय प्रदेश के कांग्रेसी नेता की ओर गया। इससे पूर्व भी राज्य की प्रमुख महिला कांग्रेसी नेता के भाजपा में जाने की चर्चा चली थी। इस मामले में तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष से पत्रकारों के सवाल जवाब में टिप्पणी पर खासा बवाल भी हुआ था। इसी सब के चलते राज्य के नेताआें में हलचल मच गई की उस समय की अफवाह सच तो नहीं होने जा रही।

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