बागेश्वर में भराड़ी-सौंग मोटर मार्ग तुड़ड़िया के पास बही सड़क, जिले की छह सड़कें आवागमन के लिए बंद
बारिश का कहर सबसे अधिक सड़कों पर टूटा है। भराड़ी-सौंग मोटर मार्ग तुड़ड़िया के समीप आधी गायब हो गई है। इसके साथ ही जिले की छह सड़कों पर भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर आने से वह यातायात के लिए बंद हो गई हैं।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : झमाझम बारिश से जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बारिश का कहर सबसे अधिक सड़कों पर टूटा है। भराड़ी-सौंग मोटर मार्ग तुड़ड़िया के समीप आधी गायब हो गई है। इसके साथ ही जिले की छह सड़कों पर भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर आने से वह यातायात के लिए बंद हो गई हैं। कपकोट में बिजली की लाइन पर पेड़ गिरने से क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है। सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जिससे नदी किनारे रहने वाले लोग भयभीत हो गए हैं। जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है।
जिले में गत शुक्रवार की रात से झमाझम बारिश हो रही है। सुबह 11 बजे बाद बारिश रुकी लेकिन आसमान में घने बादल छाए हुए हैं। जिससे फिर बारिश के आसार बने हुए हैं। बारिश के कारण शामा-तेजम, कपकोट-कर्मी, तोली, बघर, काफलीकमेड़ा, शामा-लीती, शामा-नोकोड़ी मोटर मार्ग आवगमन के लिए पूरी तरह बंद हो गए हैं। उधर, कपकोट, शामा, लीती, बदियाकोट और दुलम क्षेत्रों में लगातार बारिश से कई जगह संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं औऱ कई जगहों पर भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। हिमालयी क्षेत्र की तलहटी में बसे गांवों में ठंड बढ़ने लगी है। बारिश के कारण सरयू-गोमती का जलस्तर भी बढ़ रहा है। जिला प्रशासन ने मौसम को देखते हुए सभी विभागों को एलर्ट पर रहने के निर्देश दिए हैं।
बिजली लाइन पर पेड़ गिरा
कपकोट में शिवालय के पास बिजली लाइन में पेड़ गिरने से तार और खंभा टूटकर गिर गया है। जिससे कपकोट गांव, बाजार, कन्यूटी, चीरबगड़, पोथिंग समेत तमाम क्षेत्रों की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है। ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता भास्कर पांडे ने बताया कि बारिश थमने के बाद लाइन को दुरुस्त करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
विकास खंड रोड बनी नाला
बारिश के कारण विकास खंड बागेश्वर को जोड़ने वाली सड़क शनिवार की सुबह नाला बन गई। सड़क के किनारे मलबा, पत्थर आदि जमा हो गया है। स्थानीय लोगों के अनुसार उनके घरों में पानी भी घुस गया। जिसके कारण उनकी परेशानी बढ़ गई है।
बारिश का आंकड़ा
बागेश्वर-15 एमएम
गरुड़- 18 एमएम
कपकोट- 55.00 एमएम
नदियों का जलस्तर
सरयू-866.80 मीटर
गोमती-862.20 मीटर
अर्लामिंग लेवल-869.70 मीटर
डेंजर लेवल- 870.70 मीटर
जिला आपदा अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। बंद सड़कों को खोलने का काम युद्धस्तर से चल रहा है। बारिश से अभी तक किसी अन्य प्रकार के नुकसान की पुष्टि नहीं है।
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